वर्तमान में उत्तर प्रदेश देश की सबसे अधिक आबादी वाला राज्य कहलाता है। लेकिन अगर बात करें इतिहास की तो उत्तर प्रदेश की सरजमीं बहुत से ऐसे स्वतंत्रता सेनानियों ने जन्म लिया जिन्होंने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया और जरूरत पड़ने पर अपने प्राणों की आहुती भी दी थी।
उत्तर प्रदेश में जन्मी झांसी की रानी लक्ष्मीबाई से तो हम सभी अच्छे तरीके से परिचित है कि कितनी बाहदुरी से उन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको उत्तर प्रदेश में जन्मी 5 महिला क्रांतिकारीयों के बारे में बताते हैं जिन्होंने देश की आजादी के लिए संघर्ष किया था।
उत्तर प्रदेश की महिला स्वतंत्रता सेनानियों की सूची
1. बेगम हजरत महल
उन्हें 'अवध की बेगम' या 'हजरत महल' के नाम से भी जाना जाता है। उन्होंने लखनऊ में 1857 के भारतीय विद्रोह के दौरान ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ राजा जैलाल सिंह के नेतृत्व में समर्थकों के बैंड के साथ विद्रोह किया था। बेगम हजरत उत्तर प्रदेश के फैजाबाद की रहने वाली थी।
2. झांसी की रानी लक्ष्मीबाई
जन्म तिथि : 19 नवंबर 1828
जन्म स्थान: बनारस, काशी-बनारस साम्राज्य (वर्तमान में वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत)
मृत्यु तिथि : 17 जून 1858 (उम्र 29)
मृत्यु स्थान: कोटा-की-सराय, ग्वालियर, ग्वालियर राज्य, ब्रिटिश भारत (वर्तमान मध्य प्रदेश, भारत)
आंदोलन: भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन
रानी लक्ष्मीबाई वर्तमान में भारत के उत्तर प्रदेश में झांसी जिले में मौजूद झांसी रियासत की रानी थीं। वे ब्रिटिश राज के खिलाफ विद्रोह करने वाले प्रमुख नेताओं में से एक थीं। लक्ष्मीबाई ने ब्रिटिश राज के खिलाफ विद्रोह इसलिए किया क्योंकि उनके दत्तक पुत्र को वास्तविक उत्तराधिकारी नहीं माना जाता था। इसलिए, उन्होंने अपने दत्तक पुत्र यानी दामोदर राव के लिए अपने सिंहासन की रक्षा के लिए विद्रोह कर दिया।
3. झलकारी बाई
झलकारी बाई ने झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की महिला सेना में सेवा की थी और 1857 के भारतीय विद्रोह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
4. प्रेमवती मिश्रा
प्रेमवती मिश्रा आगरा की रहने वाली थी जिन्होंने 1930 और 1942 के स्वतंत्रता आंदोलनों में भाग लिया था।
5. स्वरूप कुमारी बख्शी
स्वरूप कुमारी बख्शी लखनऊ की रहने वाली थी उन्होंने 1942 के भूमिगत आंदोलन में भाग लिया था।