एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के जाने माने राजनेता आज कल खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं। कुछ दिनों से लगातार सुर्खियों में बने एकनाथ शिंदे बृहस्पतिवार (Thursday) रात 30 जून 2022 को शपथ ग्रहण के पश्चात महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री- सीएम बनेंगे। 29 जून की देर रात महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। जिसके चलते बहुमत होने की वजह से एकनाथ शिंदे को सरकार बनाने का मौका मिला। आज रात शपथ लेकर एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री बनके अपनी सरकार बनाएंगे। आइए जाने एकनाथ शिंदे के बारे में कुछ अन्य बातें।
एकनाथ शिंदे की शुरूआती पढ़ाई
एकनाथ शिंदे का जन्म 9 फरवरी 1964 में महाराष्ट्र में हुआ था। शिंदे सतारा जिले के जवाली के रहने वाले हैं। एकनाथ शिंदे मराठी समुदाय से हैं। उन्होंने राजनीति में कदम रखने के बाद अपनी पढ़ाई पूरी कर बीए की डिग्री हासिल की।
शिंदे ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा न्यू इंग्लिश स्कूल से प्राप्त की जहां उन्होंने 11 वीं कक्षा तक कि पढ़ाई की। उसके बाद उन्होंने स्कूल छोड़ अपने परिवार के भरण- पोषण के लिए काम करना शुरू कर दिया था।
1980 के दशक में वह बाला साहब ठाकरे और आनंद दिघे (शिवसेना प्रेसिडेंट ठाणे) के संपर्क में आए। उसी साल आनंद दिघे ही एकनाथ शिंदे को राजनीति में लाए।
एकनाथ शिंदे ने 2014 में भाजपा शिवसेना सरकार में मंत्री बनने के बाद अपनी आगे की पढ़ाई पूरी करने का अहम फैसला लिया। शिंदे ने वाशवंतराव चव्हाण मुक्त विश्वविद्यालय से मराठी और राजनीति शास्त्र में बीए की डिग्री हासिल की।
एकनाथ शिंदे के जीवन का सबसे दुखद समय
साल 2000 में शिंदे के पुत्र अपने गांव के पास की झील में बोटिंग के लिए गए थे। बोट के पलटने की वजह से उनके दोनों पुत्रों की मृत्यु हो गई थी। इस घटना के बाद से शिंदे कई महीनों तक डिप्रेशन में रहे थे। फिलहाल उनका एक पुत्र डॉ श्रीकांत शिंदे ऑर्थोपेडिक सर्जन है और संसद का सदस्य भी।
एकनाथ शिंदे का राजनीति में करियर
एकनाथ शिंदे ने राजनीति में अपना पहला कदम 1980 में रखा था तभी से लगातार वह राजनीति में सक्रिय रूप से अपनी भूमिका निभा रहे हैं। आइए जाने कब-कब और किस-किस पद के चुने गए थें एकनाथ शिंदे।
साल 1997 में एकनाथ शिंदे पहली बार ठाणे के नगर निगम के पार्षद चुने गए थे।
उसके बाद साल 2001 में ठाणे के नगर निगम पद के लिए उनका नाम सामने आया था और वह इस पद के लिए चुने भी गए थे।
साल 2002 में वह एक बार फिर ठाणे नगर निगम के लिए चुने गए।
साल 2004 में उन्होंने ठाणे से आगे बढ़ने का सोचा और उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुना गया।
साल 2005 में एकनाथ शिंदे पार्टी के वह पहले विधायक थे जिसे शिवसेना के ठाणे जिले के प्रमुख के प्रतिष्ठित पद के लिया चुना गया था।
2009 में वह महाराष्ट्र विधानसभा के लिए चुने गया था।
साल 2014 से 2019 तक वह महाराष्ट्र विधानसभा में महाराष्ट्र सरकार के विपक्ष नेता रहे।
साल 2019 में महाराष्ट्र सरकार के लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री के पद का सारा कार्यभार संभाला।
2019 में ही शिवसेना दल के विधायक नेता के पद के लिए उनका चयन किया गया। उसी साल उद्धव ठाकरे की सरकार में कैबिनेट मंत्री के पद के लिए शपथ ग्रहण की।
साल 2020 में उन्हें ठाणे जिले के संरक्षक मंत्री पद के लिए नियुक्त किया गया।
साल 30 जून 2022: हाल ही में महाराष्ट्र में चल रही रातनीति उठा-पटक के बाद आज रात को एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री पद के लिए शपथ लेने को पूरी तरह से तैयार हैं।