World AIDS Day 2024 Date, Theme, History, Importance in Hindi: एड्स एक जानलेवा बीमारी है, और इसके लिए लोगों को जागरूक करना अत्यंत आवश्यक है। एड्स एक संक्रमण रोग है और यह महामारी की तरह फैलता है। राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन (एनएसीओ) द्वारा जारी आंकड़ों का माने को भारत में एचआईवी/एड्स से पीड़ित लोगों की संख्या में बीते 10 वर्षों में भारी कमी आई है। यह लोगों में एचआईवी/एड्स को लेकर जागरूकता ही है, जिसके कारण इस घातक जानलेवा बीमारी को नियंत्रित किया जा सका है।
लोगों के बीच एचआईवी/एड्स महामारी को लेकर जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष 1 दिसंबर को विश्व एड्स दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता बढ़ाना, इस बीमारी के प्रति समाज में फैली भ्रांतियों को दूर करना और एड्स पीड़ितों के प्रति सहानुभूति और समर्थन दिखाना है।
विश्व एड्स दिवस पर दुनियाभर में विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं और स्वास्थ्य संगठनों द्वारा लोगों को एड्स के प्रति सचेत किया जाता है। भारत में विश्व एड्स दिवस पर स्कूलों, कॉलेजों एवं कार्यालयों में कई प्रकार के कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और इस जानलेवा बीमारी को लेकर छात्रों और लोगों को जागरूक किया जाता है।
World AIDS Day 2024 की तिथि
विश्व एड्स दिवस हर साल की तरह 1 दिसंबर को मनाया जाता है। इस दिन एचआईवी/एड्स से जुड़ी समस्याओं को समझने, इस बीमारी से प्रभावित लोगों का समर्थन करने और इसके प्रति जागरूकता फैलाने के लिए तमाम कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं।
विश्व एड्स दिवस 2024 थीम
प्रत्येक वर्ष विश्व एड्स दिवस पर एक विशेष थीम निर्धारित की जाती है और थीम के आधार पर विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यकमों का आयोजन किया जाता है। विश्व एड्स दिवस की थीम का चयन विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा किया जाता है। इस वर्ष डब्ल्यूएचओ ने विश्व एड्स दिवस 2024 थीम - "सही रास्ता चुनें: मेरा स्वास्थ्य, मेरा अधिकार" निर्धारित किया गया है।
डब्ल्यूएचओ की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, इस वर्ष के अभियान में विश्व स्वास्थ्य संगठन वैश्विक नेताओं और नागरिकों से एड्स को समाप्त करने की दिशा में प्रगति में बाधा डालने वाली असमानताओं को दूर करके स्वास्थ्य के अधिकार की रक्षा करने का आह्वान कर रहा है।
प्रत्येक वर्ष समाज को इस गंभीर बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए विशेष थीम निर्धारित की जाती है। विश्व एड्स दिवस 2024 थीम एचआईवी/एड्स से संबंधित लोगों के अधिकारों, उपचार और रोकथाम पर आधारित है। इस वर्ष की थीम लोगों को अपने स्वास्थ्य को महत्व देने और एड्स के विरुद्ध सही रास्ता चुनने के लिए जागरूक करती है।
विश्व एड्स दिवस क्यों मनाया जाता है?
एचआईवी/एड्स को मानवता की एक बड़ी समस्या के रूप में स्वीकार किये जाने के बाद विश्व एड्स दिवस मनाने का निर्णय लिया गया। एड्स को वैश्विक महामारी करार देते हुए विश्व एड्स दिवस मनाए जाने का निर्णय विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा लिया गया। वर्ष 1988 से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाया जा रहा है। एड्स एक गंभीर और घातक बीमारी है। यह एचआईवी वायरस के संक्रमण के कारण होती है और लोगों में फैलती है। हालांकि इसका कोई स्थायी इलाज नहीं है, लेकिन इसके प्रति जागरूकता और सावधानी बरतकर इससे बचा जा सकता है।
विश्व एड्स दिवस का इतिहास क्या है? World HIV Day
विश्व एड्स दिवस पहली बार 1988 में विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा मनाया गया था। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य एचआईवी/एड्स के बारे में जानकारी प्रदान करना और इस बीमारी से ग्रसित लोगों को समर्थन देना था। समाज में इस महामारी के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाने और एड्स पीड़ितों के प्रति सहानुभूति दिखाने के लिए विश्व एड्स दिवस को मनाए जाने का निर्णय लिया गया। समय के साथ यह दिन एक महत्वपूर्ण जागरूकता कार्यक्रम बन गया है। आज केवल भारत में ही नहीं बल्कि विश्व के कई देशों में एड्स दिवस पर जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है और लोगों को सचेत किया जाता है।
विश्व एड्स दिवस का महत्व
विश्व एड्स दिवस का महत्व केवल एक बात पर आधारित है कि यह एक जानलेवा बीमारी है और समाज में इसके प्रति जागरूकता आवश्यक है। एचआईवी/एड्स के प्रति जागरूकता केवल बड़े लोगों में ही नहीं बल्कि स्कूल और कॉलेज के विद्यार्थियों में भी बढ़ाना आवश्यक है। विश्व एड्स दिवस, एचआईवी/एड्स जैसी गंभीर बीमारी के प्रति समाज में जागरूकता फैलाने का कार्य करता है। इस बीमारी से पीड़ित लोग अक्सर समाज में भेदभाव का शिकार होते हैं। इसलिए, इस दिन का उद्देश्य लोगों को एचआईवी/एड्स के बारे में शिक्षित करना, रोकथाम के उपायों की जानकारी देना और एड्स से प्रभावित लोगों को समर्थन और सहानुभूति प्रदान करना है।
विश्व एड्स दिवस कैसे मनाएं:
निम्नलिखित कार्यक्रमों का आयोजन आप भी विश्व एड्स दिवस पर लोगों को एचआईवी/एड्स जैसी घातक बीमारी के प्रति जागरूक कर सकते हैं-
जागरूकता कार्यक्रम: शैक्षणिक संस्थान, स्वास्थ्य संगठन और एनजीओ द्वारा जागरूकता कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं, जहां एचआईवी/एड्स की जानकारी दे सकते हैं।
लाल रिबन पहनें: लाल रिबन एड्स के प्रति जागरूकता और समर्थन का प्रतीक है। इस दिन इसे पहनकर आप अपना समर्थन दिखा सकते हैं।
सांस्कृतिक गतिविधियां: सांस्कृतिक कार्यक्रम, नाट्य प्रस्तुतियां और एड्स से संबंधित फिल्मों का प्रदर्शन कर सकते हैं।
एचआईवी टेस्टिंग कैंप्स: लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक करने के लिए टेस्टिंग कैंप्स लगा सकते हैं, जहां मुफ्त में एचआईवी की जांच कराई जाती है।
सोशल मीडिया पर जागरूकता: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से आप एड्स के प्रति जागरूकता फैला सकते हैं और इस विषय पर चर्चा कर सकते हैं।
December Calendar 2024: दिसंबर में राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय दिवसों की सूची, दिसंबर कैलेंडर लिस्ट