World Population Day 2024 Date, Theme, History and Importance: केवल भारत नहीं बल्कि विश्व की जनसंख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। भारत, चीन, अमेरिका, इंदोनेशिया, पाकिस्तान, नाइजीरिया, ब्राजील, बांग्लादेश, रूस और मेक्सिको, दुनिया के सबसे अधिक जनंसख्या वाले देश हैं। वैश्विक जनसंख्या मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए प्रत्येक वर्ष 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में मनाया जाता है।
वर्ष 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम द्वारा स्थापित इस दिवस का उद्देश्य परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, गरीबी, मातृ स्वास्थ्य और मानवाधिकारों सहित जनसंख्या से संबंधित मामलों की तात्कालिकता और महत्व को उजागर करना है। विश्व जनसंख्या दिवस का महत्व वैश्विक जनसंख्या गतिशीलता और सतत विकास के अंतर्संबंध पर इसके फोकस में निहित है।
विश्व के विभिन्न देशों में तेजी से बढ़ती जनसंख्या संसाधनों की कमी, पर्यावरण क्षरण एवं अनुकूलता और स्वास्थ्य सेवा और शैक्षिक प्रणालियों पर बढ़ते दबाव जैसी चुनौतियों का सामना कर रही है। विश्व जनसंख्या दिवस का प्रमुख उद्देश्य इन मुद्दों को संबोधित करना है। इसके साथ ही एक ऐसे स्थायी भविष्य को बढ़ावा देना है, जहाँ प्रत्येक व्यक्ति के पास आवश्यक संसाधनों और अवसरों की कोई कमी ना हो।
विश्व जनसंख्या दिवस 2024 की थीम क्या है?
प्रत्येक वर्ष, संयुक्त राष्ट्र द्वारा विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर एक थीम का चयन किया जाता है। यह थीम विशिष्ट जनसंख्या से संबंधित मुद्दों में ध्यान आकर्षित करता है। इस दिन की थीम हर साल बदलती है और इसे संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (यूएनडीपी) द्वारा संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनएफपीए) के समन्वय में तय किया जाता है। इस साल विश्व जनसंख्या दिवस की थीम है 'किसी को पीछे न छोड़ें, सभी की गिनती करें।' संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, "पिछले 30 वर्षों में, हमने जनसंख्या डेटा एकत्र करने और उसका उपयोग करने के तरीके में सुधार किया है, जिससे बेहतर स्वास्थ्य सेवा और अधिकार प्राप्त हुए हैं। हालांकि, इनमें निम्न तबके या समुदायों का प्रतिनिधित्व अभी भी कम है। इस विश्व जनसंख्या दिवस पर, हम यह सुनिश्चित करने पर ध्यान केंद्रित करेंगे कि सभी समूहों की गिनती की जाए और उन पर विशेष ध्यान दिया जाए। सभी के लिए प्रगति को आगे बढ़ाने के लिए समावेशी डेटा सिस्टम के महत्व पर प्रकाश डाला जाए। जनसंख्या वृद्धि के अंतर्गत हर व्यक्ति मायने रखता है और हमारी सामूहिक प्रगति मानवता की पूरी विविधता को समझने पर निर्भर करती है।"
वर्ष 2023 में विश्व जनसंख्या दिवस का थीम "लैंगिक समानता की शक्ति को उन्मुक्त करना: हमारी दुनिया की अनंत संभावनाओं को खोलने के लिए महिलाओं और लड़कियों की आवाज़ को बुलंद करना, था।" संयुक्त राष्ट्र द्वारा निर्धारित ये थीम वैश्विक चर्चाओं और कार्यों का मार्गदर्शन करती हैं, सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों को स्थायी समाधान खोजने में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करती हैं।
विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर विभिन्न प्रकार के जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है। इन कार्यक्रमों में माध्यम से महिलाओं के प्रजनन स्वास्थ्य और अधिकारों के महत्व के बारे में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाती है। केवल इतना ही नहीं बल्कि इस दौरान परिवार नियोजन सेवाओं और शिक्षा की उपलब्द्धता, विशेष रूप से महिलाओं को अपने प्रजनन काल के बारे में उचित निर्णय लेने में सक्षम बनाती है। इससे न केवल स्वास्थ्य परिणाम बेहतर होते हैं बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान मिलता है।
इस लेख में विश्व जनसंख्या दिवस के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी गई है। इसमें विश्व जनसंख्या दिवस तिथि, थीम, इतिहास और इस दिन के महत्व के बारे बताया जा रहा है। आइए विश्व जनसंख्या दिवस के बारे में और अधिक जानते हैं-
World Population Day 2024 तिथि और थीम
तिथि: विश्व जनसंख्या दिवस प्रतिवर्ष 11 जुलाई को मनाया जाता है।
थीम: विश्व जनसंख्या दिवस 2024 की थीम की घोषणा अभी बाकी है। प्रत्येक वर्ष, थीम जनसंख्या वृद्धि और समाज, पर्यावरण और दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं पर इसके प्रभाव से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित होती है।
विश्व जनसंख्या दिवस क्यों मनाया जाता है?
संयुक्त राष्ट्र ने 1989 में विश्व जनसंख्या दिवस की घोषणा की थी। इस दिन को मनाये जाने का निर्णय तब लिया गया जब 11 जुलाई 1987 को दुनिया की आबादी पाँच अरब को पार कर गई। बता दें कि डॉ केसी जकारिया ने विश्व जनसंख्या दिवस के विचार का सुझाव दिया था। इस दिन की स्थापना दुनिया की आबादी से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए की गई थी, जिसमें मातृ स्वास्थ्य, गरीबी, आर्थिक कठिनाइयाँ और कई अन्य कठिनाइयाँ शामिल हैं। यह दिन वैश्विक जनसंख्या मुद्दों और सतत विकास और मानवाधिकारों पर अधिक जनसंख्या के प्रभावों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए बनाया गया था।
World Population Day 2024 का महत्व क्या है?
विश्व जनसंख्या दिवस परिवार नियोजन, लैंगिक समानता, गरीबी, मातृ स्वास्थ्य और मानवाधिकारों सहित विभिन्न जनसंख्या-संबंधी मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच के रूप में कार्य करता है। यह सरकारों, संगठनों और व्यक्तियों को इन चुनौतियों का समाधान करने और सतत विकास को बढ़ावा देने की दिशा में कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करता है।
वैश्विक जनसंख्या वृद्धि को लेकर जागरूकता बढ़ाना इस दिन को मानये जाने का मुख्य उद्देश्य है। यह दिन समग्र विकास और पर्यावरणीय स्थिरता के संदर्भ में जनसंख्या मुद्दों के महत्व पर प्रकाश डालता है। निरंतर जनसंख्या वृद्धि दुनिया भर के लिए एक चिंता का विषय है। जनसंख्या वृद्धि को लेकर जन-जन में शिक्षा को बढ़ावा देना बेहद महत्वपूरण है। इस विशेष दिन के अवसर पर परिवार नियोजन, प्रजनन स्वास्थ्य और लैंगिक समानता के बारे में लोगों को शिक्षित करने की आवश्यकता पर जोर दिया जाता है।
विश्व भर में जनसंख्या वृद्धि पर किये गए आम सर्वे से यह पता चला है कि अधिकतर महिलाओं में अपने अधिकारों को लेकर समझ की कमी या अधिकारों की जानकारी ना होना एक अहम कारण है। यह दिवस महिलाओं और बच्चों के अधिकारों और स्वास्थ्य की समर्थन करता है। इस दिन आवश्यक स्वास्थ्य सेवाओं तक पहुँच सुनिश्चित करने के लिए जागरूकता फैलाई जाती है।
विश्व जनसंख्या दिवस पर नीतिगत परिवर्तनों को प्रोत्साहित करना भी जरूरी है। इसी उद्देश्य से इस दिन सरकारों और नीति निर्माताओं से जनसंख्या वृद्धि और इससे संबंधित चुनौतियों को संबोधित करने वाली नीतियों को लागू करने और उनका समर्थन करने का आग्रह किया जाता है। इस दिन जनसंख्या के मुद्दों से निपटने और सतत विकास को बढ़ावा देने में अंतर्राष्ट्रीय सहयोग और साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न प्रकार की गतिविधियों का आयोजन किया जाता है।