संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) 2023 का परिणाम आते ही देश भर में आईएएस टॉपर आदित्य श्रीवास्तव की चर्चा होने लगी। सोशल मीडिया से लेकर न्यूज चैनलों तक सभी जगह आदित्य श्रीवास्तव व अन्य टॉपर छाये हुए हैं। इसी बीच एक कहानी सामने आयी, जो वाकई में मनोबल बढ़ाने वाली है, प्रेरणादायक है, हर किसी को एक बड़ी सीख देने वाली है। कहानी है 12 attempt, 7 main, 5 interview, NO SELECTION की। जी हॉं नो सेलेक्शन की!
चलिए शुरू करते हैं, आप से, यानि देश के आम आदमी से! क्या होता है, जब किसी को कुछ हासिल होता है, किसी परीक्षा में सफल होते हैं, या वे बाइक, कार घर आदि खरीदते हैं? ऐसे लोग जो सोशल मीडिया से जुड़े हैं, झट से फोटो या सेल्फी लेकर फेसबुक, एक्स, इंस्टाग्राम, आदि पर डाल देते हैं, ताकि लोग देखें और अच्छे-अच्छे कमेंट व लाइक करें। लेकिन आज यूपीएससी परिणाम के आने पर कुछ एकदम उलट हुआ।
यूपीएससी एस्पिरेंट कुणाल आर विरुलकर ने यूपीएससी में असफल होने पर एक्स पर एक पोस्ट किया, "12 attempt, 7 main, 5 interview, NO SELECTION, शायद जिंदगी का दूसरा नाम संघर्ष है। #UPSC #यूपीएससी"
कुणाल, जिनके एक्स पर 24 हजार फॉलोवर्स हैं, के पोस्ट पर देखते ही देखते एक हज़ार लोगों ने कमेंट किए। डेढ़ हजार से ज्यादा रीपोस्ट और ढेर सारा प्यार उड़ेल दिया। देखा जाये तो यह कोई साधारण पोस्ट नहीं है। इस पोस्ट से साफ झलकता है कि कुणाल उन लोगों में से एक हैं, जो हार कर भी कभी हिम्मत नहीं हारते।
दरअसल दो साल पहले भी कुणाल ने कुछ ऐसा ही पोस्ट किया था। उन्होंने अपने उस पोस्ट को पिन कर दिया थर, ताकि हर बार वो आगे बढ़ने के लिए प्रेरित हो सकें।
इंजीनियरिंग ग्रेजुएट होने के साथ-साथ कुणाल एक मेंटर भी हैं। टेलीग्राम पर उनका एक चैनल है UPSC Preparation With Kunal, जिसमें कुल 7523 सब्सक्राइबर हैं। यूपीएससी से जुड़े इम्पॉर्टेंट नोट्स हों, या जीएस से जुड़ी अहम जानकारी, महत्वपूर्ण किताबों के बारे में जानकारी हो या फिर डिजास्टर मैनेजमेंट, इंटरनेशनल अफैयर्स, ग्लोबल वॉर्मिंग, आदि जैसे अहम टॉपिक पर डिस्कशन के लिए वो हमेशा तत्पर रहते हैं।
लोगों को गर्व है कुणाल पर
एक्स पर पोस्ट के अनुसार कुणाल वर्तमान में सरकारी तंत्र का हिस्सा हैं और नौकरी के साथ-साथ यूपीएससी की तैयारी कर रहे हैं। इस पोस्ट पर उनके फॉलोवर गौरव ने पूछा, इसके बाद आप इतने कूल कैसे रह लेते हैं? वहीं रानी ने लिखा, "हो सकता है आपके लिए आगे कुछ बड़ा रखा हो, आपके संघर्ष को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता, आप हर बार जीतते हैं।" कुणाल के पोस्ट पर हर्षवर्धन लिखते हैं, "कुछ लड़ाइयां ऐसी होती हैं जो आने वालीं पीडी के लिए भी लड़ी जाती हैं!"
वहीं विनोद कापरी ने लिखा, Your journey is so so inspiring.. more and more power to you.. much love ❤️ Aap duniya me kuch bahut behtar karne k liye bane ho .. God bless you.
अश्वनि शरण ने लिखा, "कुछ बात है कि हस्ती मिटती नहीं हमारी. More power to you, Kunal"
कुल मिलाकर लोगों ने कुणाल की पॉजिटिव सोच को सलाम किया। वहीं लखनऊ के श्री जयनारायण महाविद्यालय के प्रोफेसर डॉ. आलोक चांटिया ने करियर इंडिया से बातचीत में कहा कि हारना महत्वपूर्ण नहीं है, उसके पीछे आपका आत्मबल किस तरह का है, वह महत्वपूर्ण है। अगर आपका आत्मबल टूट गया या समाप्त हो गया, तो समझिये आगे के रास्ते बंद हैं, लेकिन अगर आपके अंदर सकारात्मकता भरी है तो कोई आपको हरा नहीं सकता। जब तक हमारा आत्मबल नहीं मरता, तब तक कोई भी संघर्ष, कोई भी कर्म युद्ध समाप्त नहीं होता है और यही कुणाल के साथ है। उनका आत्मबल इमना मजबूत है कि उन्हें कोई नहीं हरा सकता है। सच पूछिए तो कुणाल विरुलकर जैसे लोग उनमें से से ही एक हैं, जिनसे लोगों को प्रेरणा लेने की जरूरत है।
सफल लोगों का IQ तो कुणाल का EQ ज्यादा
हमने जब इस पोस्ट के बारे में बेंगलुरु के सेंट फिलोमेना से जुड़ीं मनोवैज्ञानिक, एवं मोटीवेशनल बुक "Daily Pill For Soul Wellness" की ऑथर डॉ. रुचि गुप्ता से बात की तो उन्होंने कहा, "मैं कुणाल को जानती नहीं हूं, और न ही मैं यूपीएससी में चयनित 1016 अभ्यर्थियों को, लेकिन मैं इतना कह सकती हूं कि उन लोगों का IQ (Intelligence Quotient) भले ही ज्यादा हो, लेकिन कुणाल का EQ (Emotional Quotient) निश्चित रूप से उनसे अधिक है। EQ मतलब Emotional Quotient।" उन्होंने कहा कि आज की युवा पीढ़ी को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। आज की जनरेशन जिसे हम जनरेशन Z कहते हैं, उनमें सहनशीलता की बेहद कमी है। छोटी-छोटी सी चीजों पर वे गलत कदम उठा लेते हैं। वहीं कुणाल का यह पोस्ट साफ दर्शा रहा है कि वो मानसिक रूप से कितने स्ट्रॉन्ग व्यक्ति हैं।