Subhas Chandra Bose Quotes 2023: आजादी के अमर नायक नेताजी सुभाष चंद्र बोस हर भारतीय के लिए प्रेरणा के श्रोत हैं। 23 जनवरी 1897 को कटक उड़ीसा में जन्में नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत के महान स्वतंत्रता सेनानियों में से एक थे। उन्होंने युवाओं को हमेशा देशभक्ति के लिए प्रेरित किया। नेताजी सुभाष चंद्र बोस के अनमिल विचार, नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नारे और नेताजी सुभाष चंद्र बोस के कोट्स गूगल ट्रेंड्स पर टॉप पर चल रहे हैं। ऐसे में आप भी अपनों को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती के कोट्स भेज सकते हैं।
भारत के सबसे प्रसिद्ध स्वतंत्रता सेनानियों में से एक नेताजी सुभाष चंद्र बोस का जन्म 23 जनवरी 1897 को ओडिशा के कटक में हुआ था और उनके जन्मदिन या सुभाष चंद्र बोस जयंती को पिछले साल से 'पराक्रम दिवस' (शौर्य दिवस) के रूप में मनाया जा रहा है। एक योद्धा जिसे स्वतंत्रता संग्राम छेड़ना था, बोस वर्ष 1942 में जर्मनी में थे, जब उन्होंने आज़ाद हिंद फौज की स्थापना की, जिसे भारतीय राष्ट्रीय सेना के नाम से भी जाना जाता है।
(Motivational Inspiring Quotes By Netaji Subhash Chandra Bose)
1. आजादी मिलती नहीं बल्कि इसे छिनना पड़ता है।
2. सफलता की नीव हमेशा असफलता से ही होकर गुजरती है।
3. जिसके अंदर 'सनक' नहीं होती, वह कभी महान नहीं बन सकता।
4. याद रखें की अन्याय और गलत से समझोता करने से बड़ा कोई अपराध नहीं है।
5. हमारा कार्य केवल कर्म करना है, कर्म ही हमारा कर्तव्य है, फल देने वाला स्वामी ऊपर वाला है।
6. मां का प्यार सबसे गहरा और स्वार्थरहित होता है | इसको किसी भी तरह से मापा नहीं जा सकता।
7. जो अपनी ताकत पर भरोसा करते हैं, वो आगे बढ़ते हैं और उधार की ताकत वाले घायल हो जाते हैं।
8. सफल होने के लिए आपको अकेले चलना होगा, लोग तो तब आपके साथ आते है, जब आप सफल हो जाते हैं।
9. अगर जीवन में संघर्ष न रहे, किसी भी भय का सामना न करना पड़े, तो जीवन का आधा स्वाद ही समाप्त हो जाता है।
10. एक व्यक्ति एक विचार के लिए मर सकता है, लेकिन वह विचार उसकी मृत्यु के बाद, एक हजार जीवन में खुद को अवतार लेगा।
वर्ष 1923 में बोस को अखिल भारतीय युवा कांग्रेस का अध्यक्ष और बंगाल राज्य कांग्रेस का सचिव भी चुना गया और उन्हें भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में एक सतर्क और करिश्माई युवा आइकन के रूप में माना जाता था। बोस को अनगिनत बार गिरफ्तार किया गया और 1925 में बर्मा (म्यांमार) भेज दिया गया क्योंकि उन्हें गुप्त क्रांतिकारी आंदोलनों के साथ संबंध होने का संदेह था।