UPSC Toppers: भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा है, जिसके लिए हर साल लाखों उम्मीदवार परीक्षा में उपस्थित होते हैं। दरअसल, यूपीएससी परीक्षा को क्रैक करना बेहद मुश्किल माना जाता है, आमतौर पर छात्र इस परीक्षा में अपने दूसरे या तीसरे प्रयास में ही सफल हो पाते हैं जबकि कुछ छात्र ऐसे भी होते हैं जो कि अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा पास करने में सफलता हासिल करते हैं।
दिलचस्प बात तो ये कि टीना डाबी जैसे कुछ छात्र ऐसे भी है जिन्होंने अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी टॉप किया है।तो चलिए आज हम आपको ऐसे छात्रों के बारे में बताते हैं, जिन्होंने अपने पहली ही प्रयास में देश की सबसे कठिन यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया है।
First Attempt में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में टॉप करने वाले छात्रों की सूची
रैंक 1- भावना गर्ग (वर्ष- 1999)
रैंक 1- सौरभ बाबू माहेश्वरी (वर्ष- 2000)
रैंक 1- अंकुर गर्ग (वर्ष- 2002)
रैंक 1- रूपा मिश्रा (वर्ष- 2003)
रैंक 1- शाह फैसल (वर्ष- 2009)
रैंक 1- टीना डाबी (वर्ष- 2015)
रैंक 1- कनिष्क कटारिया (वर्ष- 2018)
UPSC सिविल सेवा परीक्षा में पहले प्रयास में टॉप करने वाले छात्रों के बारे में
यूपीएससी टॉपर भावना गर्ग (वर्ष- 1999)
भावना गर्ग अपने दम पर आईएएस बनने वाली पहली महिला थीं। यूपीएससी परीक्षा के अपने पहले ही प्रयास में उन्होंने सफलतापूर्वक रैंक 1 हासिल की, वे ऐसा करने वाली पहली छात्र थी। भावना गर्ग मात्र 23 वर्ष की थी, जब उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में सफलता हासिल की।
यूपीएससी टॉपर सोरभ बाबू माहेश्वरी (वर्ष- 2000)
सोरभ बाबू माहेश्वरी ने 2000 में सिविल सेवा परीक्षा के सफल अभ्यर्थियों में प्रथम स्थान प्राप्त किया था। अगर बात करें सौरभ बाबू माहेश्वरी की एजुकेशन की तो उन्होंने उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। सिविल सेवा परीक्षा भारत सरकार में भर्ती के लिए संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित भारत में एक राष्ट्रव्यापी प्रतियोगी परीक्षा है।
यूपीएससी टॉपर अंकुर गर्ग (वर्ष- 2002)
अंकुर गर्ग सबसे कम उम्र के पुरुष टॉपर हैं जिन्होंने 2002 में अपने पहले प्रयास में अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा को क्रैक कर आईएएस रैंक 1 हासिल की थी। उन्होंने 22 साल की उम्र में परीक्षा पास की थी। अंकुर गर्ग पंजाब के पटियाला के रहने वाले हैं। उनके पिता डॉ कुलदीप गर्ग एक प्लास्टिक सर्जन थे, जबकि उनकी मां डॉ प्रवीण गर्ग एक बाल विशेषज्ञ थीं।
यूपीएससी टॉपर रूपा मिश्रा (वर्ष- 2003)
रूपा मिश्रा ओडिशा की पहली आईएएस महिला है जो कि 2003 में अखिल भारतीय सिविल सेवा परीक्षा टॉप करने वाली देश की पहली विवाहित महिला बनीं। उन्होंने 2003 में यूपीएससी परीक्षा में प्रथम स्थान प्राप्त किया। वह वर्तमान में जल शक्ति के लिए पेयजल और स्वच्छता निदेशक के रूप में काम करती हैं।
यूपीएससी टॉपर शाह फैसल (वर्ष- 2009)
शाह फैसल जम्मू और कश्मीर के एक भारतीय सिविल सेवक रहे हैं, जिन्हें 2009 में यूपीएससी परीक्षा में टॉप करने वाले पहले कश्मीरी मुस्लिम के रूप में जाना जाता है।
यूपीएससी टॉपर टीना डाबी (वर्ष- 2015)
22 साल की छोटी उम्र में एक दलित महिला टीना डाबी ने अपने पहले ही प्रयास में आईएएस की परीक्षा सफलतापूर्वक पास की थी। उन्होंने न केवल यूपीएससी परीक्षा को अच्छे अंकों से पास की थी बल्कि वर्ष 2015 के अपने बैच में पहली रैंक भी हासिल की थी। जिसमें की उन्होंने कुल 2025 अंकों में से 1063 अंक हासिल किए थे।
यूपीएससी टॉपर कनिष्क कटारिया (वर्ष- 2018)
आईआईटी बॉम्बे के पूर्व छात्र कनिष्क कटारिया ने वर्ष 2018 में अपने पहले प्रयास में ही यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में टॉप किया। कनिष्क कटारिया ने आईआईटी बॉम्बे से बीटेक कंप्यूटर साइंस एंड इंजीनियरिंग में स्नातक की। जिसके बाद उन्होंने सेमसंग जैसे नामी कंपनी में भी काम किया था।
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