Rashtriya Ekta Diwas 2024 Date, Theme, History & Significance: विविधता में एकता के लिए ही भारत की पहचान विश्व भर में है। भारत की पहचान यहां की विभिन्न संस्कृतियों, धर्म, भाषा और परंपराओं से है। भारत में बहुसांस्कृतिक विविधता को बढ़ावा देने के उद्देश्य से प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। इस दिन भारत में एकता और अखंडता का संदेश जन-जन तक पहुंचाया जाया है।
राष्ट्रीय एकता दिवस हर साल 31 अक्टूबर को भारत के "लौह पुरुष" सरदार वल्लभभाई पटेल की जयंती के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। यह दिन देश की एकता, अखंडता और बहुसांस्कृतिक विविधता को समर्पित है। इस दिन विशेष आयोजन के रूप में मनाया जाता है। सरदार पटेल ने भारतीय स्वतंत्रता के बाद देश को एकजुट करने और 560 से अधिक रियासतों का भारतीय संघ में विलय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उनकी इसी अद्वितीय भूमिका को सम्मानित करने के लिए यह दिन मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता है राष्ट्रीय एकता दिवस? | National Unity Day 2024
भारत के लौह पुरुष सरदार वल्लभभाई पटेल के दृष्टिकोण और प्रयासों को याद करने के लिए उनके जन्म जयंती के अवसर पर राष्ट्रीय एकता दिवस मनाया जाता है। सरदार पटेल ने ब्रिटिश शासन से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद भारत की रियासतों को एकीकृत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। सरदार पटेल के अटूट दृढ़ संकल्प और राजनीतिक कौशल ने सदियों के विभाजन को समाप्त करके भारत को एक एकीकृत राष्ट्र बनने में मदद की।
राष्ट्रीय एकता दिवस 2024 की तिथि
राष्ट्रीय एकता दिवस 2024 को 31 अक्टूबर, गुरुवार को मनाया जायेगा। इस दिन स्वतंत्रता सेनानी, अधिवक्ता और राजनेता सरदार वल्लभ भाई पटेल के जन्म जयंती के उपलक्ष्य पर एकता दिवस को उत्सव की तरह मनाया जाता है। इस दिन देशभर में कई प्रकार के कार्यक्रम और आयोजन होते हैं। इन कार्यक्रमों और गतिविधियों का उद्देश्य देश की एकता और अखंडता को बढ़ावा देना होता है।
राष्ट्रीय एकता दिवस 2024 थीम
प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय एकता दिवस 2024 थीम निर्धारित किया जाता है और इस दिन को गौरव के साथ मनाया जाता है। हर साल इस दिन की थीम राष्ट्रीय एकता, अखंडता और देश की विविधता में एकता को बढ़ावा देने से संबंधित होती है। हालांकि इस वर्ष अब तक राष्ट्रीय एकता दिवस थीम 2024 की घोषणा नहीं की गई है। आपको बता दें कि राष्ट्रीय एकता दिवस थीम 2024 (National Unity Day Theme 2024) की घोषणा होते ही इस लेख को अपडेट कर दिया जायेगा। राष्ट्रीय एकता दिवस 2024 थीम, समाज में भाईचारे और सामंजस्य को बढ़ावा देने पर आधारित होगा।
राष्ट्रीय एकता दिवस का इतिहास क्या है? History of National Unity Day
राष्ट्रीय एकता दिवस की शुरुआत वर्ष 2014 में हुई। इस दिन को मनाए जाने की पहल भारत सरकार द्वारा सरदार वल्लभभाई पटेल की जन्म जयंती के अवसर पर की गई थी। पटेल को भारतीय एकता का प्रतीक माना जाता है। वह इसलिए क्योंकि उन्होंने स्वतंत्रता के बाद 562 से अधिक रियासतों को भारतीय संघ में विलय कराने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनके इसी योगदान के कारण उन्हें "भारत का लौह पुरुष" कहा जाता है। उनकी यह दृष्टि आज भी भारत की एकता और अखंडता को बनाए रखने में सहायक है।
National Unity Day महत्व क्या है?
राष्ट्रीय एकता दिवस का उद्देश्य भारत के नागरिकों में एकता, अखंडता, बहुसांस्कृतिक विविधता और देशभक्ति की भावना को जागृत करना है। यह दिन हमें यह संदेश देता है कि भारत की विविधता में एकता ही हमारी सबसे बड़ी शक्ति है। सरदार पटेल के प्रयासों को सम्मानित करने के साथ-साथ, यह दिन समाज में हर वर्ग और समुदाय के बीच भाईचारे और सौहार्द को बढ़ावा देने का अवसर है।