अगर आप नौकरी के पीछे भाग रहे हैं और आपकी किसमत साथ नहीं दे रही है, तो परेशान होने की जरूरत नहीं, आप एक उद्यमी बन कर दूसरों को नौकरी दे सकते हैं। जी हां, देश भर में 46 करोड़ लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अपना खुद का बिजनेस स्टार्ट किया और आगे बढ़ गये। इसमें उनका साथ दिया भारत सरकार की मुद्रा लोन योजना ने। इस योजना का लाभ उठाने वालों में सबसे आगे तमिलनाडु है, जहां 5 करोड़ 28 लाख लोगों ने मुद्रा लोन लेकर अपना खुद का बिजनेस या स्टार्टअप शुरू किया।
अब सोचिए दूसरे नंबर पर कौन सा राज्य है- यूपी, कर्नाटक, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना या बिहार? इसका जवाब आपको नीचे टेबल में मिलेगा। यकीनन आप उस राज्य का नाम पढ़ कर शॉक्ड रह जायेंगे, क्योंकि यह एक ऐसा राज्य है, जो अपनी तरक्की के ढोल नहीं पीटता।
प्रधानमंत्री मुद्रा योजना के जो आंकड़े हम नीचे प्रस्तुत करने जा रहे हैं, वो लोकसभा में बजट सत्र के दौरान आज प्रस्तुत किए गए। दरअसल सांसद चंद्र शेखर साहू, डॉ. प्रीतम गोपीनाथ राव मुंडे और राहुल रमेश शेवाले ने वित्त मंत्री से सवाल किया और पूछा कि देश भर में मुद्रा योजना के अब तक कितने लाभार्थी हैं। इस प्रश्न का जवाब वित्त मंत्रालय में राज्य मंत्री डॉ. भागवत कराड ने दिया और बताया कि अब तक पूरे देश में 46,15,70,337 लोगों ने मुद्रा लोन योजना के तहत अपना खुद का रोजगार शुरू किया है।
राज्यों की बात करें तो सबसे ज्यादा लाभार्थी महाराष्ट्र से हैं। यहां कुल 3,68,79,317 लोगों ने मुद्रा योजना के तहत ऋण लिया और अपने काम को आगे बढ़ाया। बता दें कि यह योजना 8 अप्रैल 2015 को शुरू हुई थी।
किस राज्य में कितने लोगों ने लिया मुद्रा लोन-
क्रम सं. | राज्य | लाभार्थियों की संख्या | लोन में दी गई धनराशि (करोड़ रु. में) |
---|---|---|---|
1 | तमिलनाडु | 52,851,140 | 271935 |
2 | बिहार | 50,497,285 | 223394 |
3 | पश्चिम बंगाल | 45,571,476 | 231952 |
4 | उत्तर प्रदेश | 45,132,212 | 253104 |
5 | कर्नाटक | 43,722,717 | 249082 |
6 | महाराष्ट्र | 36,879,317 | 223578 |
7 | ओडिशा | 30,252,982 | 124240 |
8 | मध्य प्रदेश | 27,651,901 | 146401 |
9 | राजस्थान | 20,054,109 | 145452 |
10 | केरल | 14,774,244 | 94,647 |
11 | गुजरात | 13,881,413 | 106698 |
12 | झारखंड | 13,456,596 | 64,302 |
13 | असम | 10,507,731 | 53,597 |
14 | पंजाब | 8,949,889 | 64,704 |
15 | छत्तीसगढ़ | 8,808,322 | 48,611 |
16 | आंध्र प्रदेश | 8,719,296 | 96,786 |
17 | हरियाणा | 8,604,048 | 60,150 |
18 | तेलंगाना | 6,605,391 | 58,985 |
19 | दिल्ली | 3,267,497 | 35,111 |
20 | उत्तराखंड | 2,926,234 | 25,489 |
21 | त्रिपुरा | 2,852,799 | 14,903 |
22 | जम्मू एवं कश्मीर | 1,606,218 | 34,056 |
23 | पुदुचेरी | 1,126,810 | 6,624 |
24 | हिमाचल प्रदेश | 969,010 | 17,455 |
25 | मणिपुर | 447,733 | 2,600 |
26 | गोवा | 350,774 | 4,449 |
27 | मेघालय | 257,928 | 2,331 |
28 | चंडीगढ़ | 178,129 | 2,860 |
29 | सिक्किम | 150,770 | 1,386 |
30 | मिज़ोरम | 134,704 | 2,018 |
31 | नागालैंड | 129,433 | 1,673 |
32 | अरुणाचल प्रदेश | 109,008 | 1,222 |
33 | अंडमान एवं निकोबार | 50,577 | 965 |
34 | लद्दाख | 47,192 | 1,454 |
35 | दादरा एवं नागर हवेली और दमन एवं द्वीव | 35,918 | 567 |
36 | लक्षद्वीप | 9,534 | 129 |
ये भी पढ़ें- Jai Anusandhan Yojana in Hindi: जय अनुसंधान योजना क्या है, जानें Jai Anusandhan Scheme से जुड़े FAQ