Mamata Banerjee Birthday 2023: ममता बनर्जी का जन्म 5 जनवरी 1955 को कलकत्ता, पश्चिम बंगाल में एक बंगाली हिंदू परिवार में हुआ। उनके पिता का नाम प्रोमिलेश्वर बनर्जी और माता का नाम गायत्री देवी था। जब ममता बनर्जी केवल 17 वर्ष की थी, तब उनके पिता प्रोमिलेश्वर बनर्जी की चिकित्सा सुविधाओं की कमी के कारण हो मौत हो गई थी। जबकि वर्ष 2011 में उनकी मां गायत्री देवी का निधन हुआ।
ममता बनर्जी ने सन 1970 में देशबंधु शिशु शिक्षालय से इंटरमीडिएट किया। इसके बाद उन्होंने जोगमाया देवी कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। ममता बनर्जी बचपन से ही राजनीति में जाना चाहती थीं। उन्होंने अपने स्कूल के दौरान कई बहस और राजनीतिक गतिविधियों में भाग लिया।
उन्होंने जोगमाया देवी कॉलेज से इतिहास में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। बाद में उन्होंने कलकत्ता विश्वविद्यालय से इस्लामी इतिहास में मास्टर डिग्री किया। ममता ने अपने कॉलेज के दिनों में कई बहसों और राजनीतिक विवादों में भाग लेती रहीं। एमए करने के बाद ममता बनर्जी ने कोलकाता के जोगेश चंद्र चौधरी लॉ कॉलेज से कानून की डिग्री भी हासिल की।
ममता बनर्जी ने मात्र 15 साल की उम्र में राजनीति में कदम रखा। जोगमाया देवी कॉलेज में पढ़ने के दौरान उन्होंने चतरा नाम से अपना संगठन बनाया।
1970 के दशक में वह पश्चिम बंगाल की कांग्रेस पार्टी में नियमित रूप से सक्रिय रहीं, उन्होंने पार्टी के अंदर और अन्य क्षेत्रीय राजनीतिक संगठनों में कार्य करना शुरू किया।
ममता बनर्जी 1976 से 1980 तक पश्चिम बंगाल में महिला कांग्रेस (इंदिरा) की महासचिव के पद पर रहीं।
1984 में हुए आम चुनाव के दौरान ममता ने कम्युनिस्ट नेता सोमनाथ चटर्जी को हराकर और पश्चिम बंगाल में जादवपुर संसदीय क्षेत्र जीतकर भारत की सबसे युवा सांसदों में से एक बन गईं।
1991 लोकसभा चुनाव में वह जीत गई। भारत के प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव ने 1991 में ममता को मानव संसाधन विकास, युवा मामले एवं खेल, और महिला और बाल विकास राज्य मंत्री के रूप में नामित किया।
शारीरिक रूप से विकलांग लड़की फेलानी बसाक के साथ सीपीआई-एम के सदस्य द्वारा बलात्कार के बाद वह दिसंबर 1992 में मुख्यमंत्री ज्योति बसु के पास गई, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। तब ममता बनर्जी ने प्रण लिया कि वह अब मुख्यमंत्री के रूप में ही भवन में प्रवेश करेंगी।
राजनीतिक दर्शन में बदलाव के कारण ममता ने 1998 में पश्चिम बंगाल में कांग्रेस पार्टी से इस्तीफा दे दिया। फिर, उन्होंने मुकुल रॉय के साथ अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस की सह-स्थापना की।
दिसंबर 1998 में वह तब सुर्खियों में आईं जब उन्होंने समाजवादी पार्टी के एक सांसद दारोगा प्रसाद सरोज को पकड़ लिया और उन्हें कॉलर से पकड़कर लोकसभा से बाहर खींच कर ले गईं। महिला आरक्षण विधेयक पर आपत्ति जताने से रोकने के लिए ममता ने ऐसा किया।
ममता बनर्जी 1999 में भारती जनता पार्टी की सदस्य बनीं और एनडीए की नेता बनीं। बाद में उन्हें 2000 में रेल मंत्री के रूप में चुना गया। ममता ने तहलका कांड के कारण, 2001 में एनडीए से इस्तीफा दिया और कांग्रेस पार्टी जॉइन की।
अखिल भारतीय तृणमूल कांग्रेस ने पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव 2011 में वाम गठबंधन कम्युनिस्ट पार्टी को हरा दिया। राज्यपाल एमके नारायणन ने 20 मई 2011 को कोलकाता के राजभवन में मुख्यमंत्री के रूप में ममता बनर्जी को शपथ दिलाई।
ममता बनर्जी पश्चिम बंगाल की 9वीं मुख्यमंत्री हैं। ममता बनर्जी लगातार तीन बार से पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री हैं। ममता जी एक अच्छी राजनीतिज्ञ हैं, लेकिन इसके अलावा वे एक प्रसिद्ध कवयित्री भी हैं। ममता ने कई किताबें लिखीं। उन्हें कोबिता बिटन के लिए पश्चिमबंगा बांग्ला अकादमी द्वारा भी सम्मानित किया गया है, जिसमें 900+ से अधिक कविताएं हैं।
Happy Birthday Mamata Didi
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