Lal Bahadur Shastri Jayanti 2023 Shayari: भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 को मुगलसराय में हुआ था। लाल बहादुर शास्त्री के पिता का नाम शारदा प्रसाद श्रीवास्तव और माता का नाम रामदुलारी देवी था। शास्त्री जी ने स्वतंत्रता संग्राम में अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने भारत के निर्माण और विकास में भी अपना अहम योगदान दिया है।
1965 में भारत-पाक युद्ध के दौरान शास्त्री जी ने"जय जवान- जय किसान" का नारा दिया और उनके नेतृत्व में भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को खदेड़ा था। उनके द्वारा दिया जय जवान - जय किसान का नारा आज भी पूरे भारत में गूंज रहा है।
गलत के आगे न झुकने वाला उनका स्वभाव और देश को सबसे ऊपर रखने की उनकी भावना उन्हें एक महान व्यक्ति बनाता ही। शास्त्री जी के विचारों में विवेकानंद और गांधी जी छवि देखने को मिलती है। ऐसा इसलिए भी है कि क्योंकि शास्त्री जी इन दोनों महान व्यक्तियों के विचारों से प्रभावित थे। गांधी जी और शास्त्री जी की जयंती भी एक ही दिन होती है। इस साल हम लाल बहादुर शास्त्री की 119वीं जयंती मना रहे हैं। उनकी इस जंयती पर आइए आपके साथ शेयर करें टॉप शायरी संदेश...
लाल बहादुर शास्त्री टॉप शायरी संदेश (Lal Bahadur Shastri Jayanti 2023 Top Shayari)
देश प्रेम के प्रबल वेग से,
राजनीति में प्रवेश लिया,
भारत की एकता और अखंडता के लिए,
जय जवान , जय किसान का,
अटल संदेश दिया।।
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भारत के लाल, जिसकी बहादुरी पर सबको नाज हैं,
ऐसे शास्त्री जी की जरूरत देश को आज हैं।
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शास्त्री जी जैसे आदर्श नेताओं का मनन करते है,
इनके जन्मदिन पर इनको हृदय से नमन करते है।
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लाल बहादुर शास्त्री भारत के लाल है,
उनके किये हुए हर काम कमाल हैं।
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स्वाभिमान से जीने का पाठ पढ़ाया है,
शास्त्री जी ने पूरे विश्व में भारत का मान बढ़ाया है।
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शास्त्री जी का जन्मदिन सबके लिए एक पर्व है,
ऐसे वीर सपूत पर भारत माता को भी गर्व है।।
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जिनके ही दृढ़ अनुशासन से,
वह 'पाक' हिन्द से हारा था,
"जय जवान जय किसान"
यह इनका ही तो नारा था।
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शत शत नमन है भारत के लाल को
जिसने देशहित को ही अपना लक्ष्य बनाया
जिनके अडिग -अटल निर्णयों से
देश अग्रसर हो पाया है।
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प्रधानमंत्री बनकर भारत का
जिन्होंने देश को नई उड़ान दिया,
गरीबी के दुःख को आत्मसात किया,
याद रहे सदा ऐसा योगदान दिया।
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छोटा कद महान व्यक्तित्व
और जिगर में स्वाभिमान
मंत्र अनोखा दिया राष्ट्र को
जय जवान जय किसान।
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जय जवान जय किसान" एक नारा नहीं,
ये स्वाभिमान की खुशबू है,
महाशक्ति को भी उसने झुकाया था
सारी दुनिया इस से रूबरू है।
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तुमको नमन, भारत के अनमोल लाल
तुम्हें पाकर, भारत-भूमि हुई निहाल।
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शास्त्री जी ने देश के लिए बलिदान दिया है,
आज मिलकर हम सबने याद किया है,
पी लिया जहर देश की ख़ातिर ना दगा दिया
अमर है वो वीर जिसने सर्वस्व अपना लगा दिया।
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जिनके दृढ़ अनुशासन से, 'पाक' भारत से हारा था
अरे आपको याद नही "जय जवान जय किसान" यह इनका ही तो नारा था।
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तू ही इस देश की शक्ति है,
तू ही इस देश की शान
तेरे बिना कुछ नहीं ये धरती
और ये भारत महान...
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सरल उनका स्वभाव था,
पर उच्च थे उनके विचार,
हरित क्रांति का बीज बो कर,
दुश्मन पर किया मूक प्रहार।
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सादगी ईमानदारी यही है शास्त्री जी की पहचान,
सत्ता पाकर भी नहीं था उन्हें तनिक अभिमान...
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कद था उनका छोटा पर चरित्र था विशाल
लाल बहादुर शास्त्री थे भारत माता के लाल...
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शास्त्री जी झुकते नही झुकाते थे
विश्व को भारतीय सेना की शक्ति दिखलाते थे...
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"जय जवान, जय किसान"
जैसा प्रेरक नारा देने वाले, 'स्वतंत्रता सेनानी',
देश के 'सच्चे' व ईमानदार सपूत और
आजाद भारत के द्वितीय प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी।
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साधारण से वो "शास्त्री जी" बड़े आसाधारण थे,
सादगी थी उनमें, लोगों की खुशियों के कारण थे।
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भारत मां का वह सपूत था दुलारा
जिसने दिया जय जवान जय किसान का नारा...
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भारत के अमर विचारों को नहीं मिटने देंगे
शास्त्री जी के मूल्यों का पालन करने से हम कभी पीछे नहीं हटेंगे।
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देशभक्ति की भावना से ओत प्रोत
लाल बहादुर शास्त्री जी हम सबके लिए हैं प्रेरणा स्रोत।
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देश के हालात कैसे भी हो,
चाहे सुखा पड़े, बाढ़ आये, कोहरा आये या आये तूफान
मरेगा कौन सिर्फ किसान और जवान,
अब कैसे कहे जय जवान जय किसान।
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देश में श्वेत क्रांति के सपने को किया साकार
लाल बहादुर शास्त्री जी ने दिया प्रगतिशील भारत को नया आकार...
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जो हैं भारत माता के सच्चे लाल,
भारत रत्न जिनका अभिमान,
आज मनाओ उनकी जयंती,
जिन्होंने दिलाया हमें सम्मान।
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सबको अपनी पहचान याद कराने वाले,
स्वतंत्रता का पाठ सबको पढ़ाने वाले,
आपके शब्दों, आपके नारे को सलाम
देश को नई ऊंचाई पर ले जाने वाले,
खुद भूखे रह कर, लोगों को खिलाने वाले,
आपके महान विचारों को सलाम...