Lal Bahadur Shastri Jayanti 2023 Quotes: लाल बहादुर शास्त्री का जन्म 2 अक्टूबर 1904 में हुआ था। उन्होंने गांधी जी से विचारों से प्रभावित होते हुए स्वतंत्रता संग्राम में भाग लिया और बहुत अहम भूमिका निभाई। वह आजाद भारत के दूसरे प्रधानमंत्री बने थे। शास्त्री एक साधारण से दिखने वाले असाधारण व्यक्ति थे।
शास्त्री जी ने प्रधानमंत्री का अपना कार्यकाल 1964 से 1966 तक संभाला था। उसी दौरान हुई भारत-पाक युद्ध में उन्होंने जय जवान - जय किसान का नारा देते हुए देश को प्रोत्साहित किया था। उनके द्वारा दिया गया ये नारा सबसे लोकप्रिय नारा था।
शास्त्री जी ने भारत के खाद्य उत्पादन को बढ़ाने के लिए हरित क्रांति और दूध उत्पादन को बढ़ावा देने लिए श्वेत क्रांति को बढ़ावा दिया था। वह ऐसे व्यक्ति थे, जिनके एक बार कहने पर पूरा देश सप्ताह में एक दिन उपवास रखने को भी तैयार था। किसी अन्य देश से अनाज न स्वीकार कर देश के स्वाभिमान को बचाने के लिए देशवासियों से सप्ताह में एक बार उपवास का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा - पेट पर रस्सी बांधो, साग-सब्जी ज्यादा खाओ, सप्ताह में एक दिन एक वक्त उपवास करो, देश को अपना मान दो। ऐसे थे उनके अनमोल विचार। उनकी इसी ईमानदारी और देश को सबसे ऊपर रखने की भावना उन्हें और महान बनाती है।
शास्त्री जी 119वीं जयंती को और खास बनाते हुए शेयर करें उनके द्वारा दिए गए टॉप कोट्स, जो आपको प्रेरणा से भर देंगे...
शास्त्री जी जयंती पर शेयर करें ये टॉप कोट्स
➣ हमें शांति के लिए उतनी ही बहादुरी से लड़ना चाहिए, जितना हम युद्ध में लड़ते हैं।
➣ मैं किसी दूसरे को सलाह दूं और मैं खुद उस पर अमल न करू तो मैं असहज महसूस करता हूं।
➣ हम न केवल अपने लिए बल्कि दुनिया भर के लोगों के लिए शांति और शांतिपूर्ण विकास में विश्वास करते हैं।
➣ आजादी का संरक्षण अकेले सैनिकों का काम नहीं है। पूरे देश को मजबूत होना है।
➣ जैसा कि मैं देखता हूं, शासन का मूल विचार समाज को एक साथ रखना है ताकि वह विकास कर सके और कुछ लक्ष्यों की ओर बढ़ सके।
➣ देश के प्रति वह निष्ठा अन्य सभी निष्ठाओं से पहले आती है। और यह एक पूर्ण निष्ठा है, क्योंकि कोई इसे प्राप्त होने वाली चीज़ों के आधार पर नहीं आंक सकता।
➣ अधिकारों का सच्चा स्रोत कर्तव्य है। यदि हम सभी अपने कर्तव्यों का पालन करें तो अधिकार दूर नहीं रहेंगे।
➣ स्वतंत्रता और शक्ति जिम्मेदारी लाती है।
➣ अनुशासन और एकता ही किसी देश की ताकत होती है।
➣ हमें अब शांति के लिए उसी साहस और दृढ़ संकल्प के साथ लड़ना होगा जैसे हमने आक्रामकता के खिलाफ लड़ा था।
➣ भारत को शर्म से अपना सिर झुकाना पड़ेगा यदि एक भी व्यक्ति ऐसा बचे जिसे किसी भी तरह से अछूत कहा जाए।
➣ कानून का सम्मान किया जाना चाहिए ताकि हमारे लोकतंत्र की बुनियादी संरचना बरकरार रहे और हमारा लोकतंत्र भी मजबूत बने।
➣ देश के प्रति निष्ठा सभी निष्ठाओं से पहले आती है और यह पूर्ण निष्ठा है क्योंकि इसमें कोई प्रतीक्षा नहीं कर सकता कि बदले में उसे क्या मिलता है।
➣ जब स्वतंत्रता और अखंडता खतरे में हो, तो पूरी शक्ति से उस चुनौती का मुकाबला करना ही एकमात्र कर्तव्य होता है।
➣ सच्चा लोकतंत्र या जनता का स्वराज कभी भी असत्य और हिंसक तरीकों से नहीं आ सकता।
➣ भारत को शर्म से अपना सिर झुकाना पड़ेगा यदि एक भी व्यक्ति ऐसा बचे जिसे किसी भी तरह से अछूत कहा जाए।
➣ आज़ादी की रक्षा करना, अकेले सैनिकों का काम नहीं है। पूरे देश को मजबूत होना होगा.
➣ आर्थिक मुद्दे हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है और यह सबसे महत्वपूर्ण है कि हम अपने सबसे बड़े दुश्मनों - गरीबी, बेरोजगारी - से लड़ें।
➣ देश की तरक्की के लिए हमें आपस में लड़ने के बजाय गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ना होगा।
➣ हर कार्य की अपनी एक गरिमा है और हर कार्य को अपनी पूरी क्षमता से करने में ही संतोष प्राप्त होता है।