Subhas Chandra Bose Aapda Prabandhan Puraskar: भारत सरकार द्वारा रोकथाम, शमन, तैयारी, बचाव, प्रतिक्रिया, राहत, पुनर्वास, अनुसंधान/नवाचार या प्रारंभिक चेतावनी जैसे आपदा प्रबंधन के क्षेत्र में भारत के व्यक्तियों और संस्थानों द्वारा किए गए उत्कृष्ट कार्यों को मान्यता देने के लिए प्रत्येक वर्ष पुरस्कार कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
इस पुरस्कार को "सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार" के रूप में नामित किया जाता है। बता दें कि सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार की घोषणा प्रत्येक वर्ष 23 जनवरी को नेताजी सुभाष चंद्र बोस की जयंती पर की जाती है।
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार कितने लोगों को दिया जाता है?
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार कुल 3 लोगों को दिया जा सकता है, जिसमें की कोई व्यक्ति या संस्थान भी हो सकता है।
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार के लिए कौन नामांकित कर सकता है?
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार के लिए कोई भी व्यक्ति और संस्थान किसी व्यक्ति या संस्था को पुरस्कार के लिए नामांकित कर सकता है। इसके लिए आवेदन प्रत्येक वर्ष 1 जुलाई से 31 अगस्त के बीच दाखिल किया जा सकता है।
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार: पात्रता
1. केवल भारतीय नागरिक और भारतीय संस्थान पुरस्कार के लिए आवेदन करने के पात्र हैं।
2. संस्थानों के लिए, स्वैच्छिक संगठन, कॉर्पोरेट संस्थाएं, शैक्षणिक/अनुसंधान संस्थान, प्रतिक्रिया/वर्दीधारी बल या कोई अन्य संस्थान पुरस्कार के लिए एक संस्था के रूप में आवेदन कर सकते हैं।
3. पुरस्कार के लिए उम्मीदवार ने भारत में आपदा प्रबंधन जैसे रोकथाम, शमन, तैयारी, बचाव, प्रतिक्रिया, राहत, पुनर्वास, अनुसंधान/नवाचार या प्रारंभिक चेतावनी संबंधी कार्य के क्षेत्र में काम किया हो।
4. आवेदन के साथ आपदा प्रबंधन में किए गए कार्य का विवरण होना चाहिए और निम्नलिखित क्षेत्रों में से किसी एक या अधिक में उपलब्धियों को उजागर करना चाहिए:
i) मानव जीवन को बचाना।
ii) जीवन, पशुधन, आजीविका, संपत्ति के नुकसान और समुदायों पर प्रतिकूल सामाजिक-आर्थिक प्रभावों के संदर्भ में आपदाओं के प्रभाव में कमी।
iii) आपदाओं के दौरान प्रभावी प्रतिक्रिया के लिए संसाधन जुटाना और प्रावधान करना।
iv) आपदा प्रभावित क्षेत्रों और समुदायों में तत्काल राहत कार्य।
v) आपदा प्रबंधन के किसी भी क्षेत्र में प्रौद्योगिकी का प्रभावी और नवोन्मेषी उपयोग।
vi) जोखिम प्रवण क्षेत्रों में आपदा न्यूनीकरण पहल।
vii) प्रतिक्रिया और जोखिम में कमी के लिए समुदायों की क्षमता निर्माण।
viii) पूर्व चेतावनी प्रणाली और वास्तविक समय के आधार पर लोगों को आपदा जोखिम सूचना का प्रसार।
ix) आपदा प्रबंधन के किसी भी क्षेत्र में वैज्ञानिक/तकनीकी अनुसंधान और नवाचार।
x) आपदा के बाद की बहाली और पुनर्वास।
xi) आपदाओं के दौरान महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और बुनियादी सेवाओं की निरंतर उपलब्धता।
xii) आपदा के खिलाफ तैयारियों के लिए जनता के बीच जागरूकता पैदा करना।
xiii) आपदा जोखिम प्रबंधन से संबंधित कोई अन्य क्षेत्र।
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार: ईनाम राशि
यदि कोई संस्था सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार जीतेगी तो उसे एक प्रमाण पत्र और 51 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्राप्त होगा। इस नकद पुरस्कार का उपयोग विजेता संस्था द्वारा आपदा प्रबंधन से संबंधित गतिविधियों के लिए ही किया जाएगा। जबकि कोई व्यक्ति इस पुरस्कार को जीतेगा तो उसको एक प्रमाण पत्र और 5.00 लाख रुपये का नकद पुरस्कार प्राप्त होगा।
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार : चयन प्रक्रिया
प्राप्त सभी आवेदनों की जांच करने के लिए एनडीएमए के सदस्य सचिव/सदस्य द्वारा एक जांच समिति का गठन किया जा सकता है। यह स्क्रीनिंग कमेटी पात्रता और पूर्णता के लिए आवेदनों की जांच करेगी। यह उम्मीदवारों द्वारा किए गए काम की प्रामाणिकता को भी सत्यापित कर सकता है। इसके बाद स्क्रीनिंग कमेटी आवेदनों को जूरी के समक्ष रखेगी।
सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार विजेताओं का विवरण:
2019
- पीके तिवारी कमांडेंट 8 वीं बटालियन एनडीआरएफ को 2019 में सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2020
- केएम सिंह को 2020 में सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- इसके अलावा, आपदा न्यूनीकरण और प्रबंधन केंद्र, उत्तराखंड संस्थान को भी 2020 में सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
2021
- राजेंद्र कुमार भंडारी को 2021 में सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार से सम्मानित किया।
- इसके अलावा, सस्टेनेबल एनवायरनमेंट एंड इकोलॉजिकल डेवलपमेंट सोसाइटी (एसईईडीएस) को भी 2021 में सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार से सम्मानित किया।
2022
- प्रो विनोद कुमार शर्मा को उनके पथ-प्रदर्शक कार्य के लिए 2022 में सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- इसके अलावा, गुजरात आपदा प्रबंधन संस्थान (जीआईडीएम) को भी उनके सराहनीय योगदान के लिए 2022 में सुभाष चंद्र बोस आपदा प्रबंधन पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
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