ISRO Scientist Salary: सबसे पहले आपको बता देते हैं, इसरो भारत सरकार के स्पेस डिपार्टमेंट द्वारा मैनेज किया जाता है, जिसकी रिपोर्ट सीधे प्रधानमंत्री तक पहुंचाई जाती है। इसरो का मुख्यालय बेंगलुरु में है, जिसकी स्थापना 15 अगस्त 1969 में मशहूर वैज्ञानिक विक्रम अंबालाल साराभाई के प्रयासों के द्वारा हुई थी। यहीं से भारत का पहला सेटेलाइट 19 अप्रैल 1975 को लांच किया गया था, जिसका नाम गणितज्ञ आर्यभट्ट के नाम पर रखा गया था।
दरअसल, इसरो में काम करने वाले इंजीनियर्स और वैज्ञानिकों के पदों के लिए समय-समय वैकेंसी निकाली जाती है। इसके लिए नए कर्मचारियों को अच्छी खासी सैलरी भी दी जाती है। ऐसे में हम इसरो में नौकरी पाने वाले लोगों के एक महत्वपूर्ण लेख लेकर आए हैं, जिससे आप इसके पद और वेतन के बारे में जान सकते हैं और इसके अंतर्गत क्या सुविधाएं दी जाती है, इसकी भी जानकारी यहां दी गई है।
बता दें, चुनिंदा पदों के लिए 15600 रुपए से लेकर 39100 रुपए तक प्रति माह सैलरी दी जाती है। इसके अलावा विभिन्न भत्ते और लाभ भी दिए जाते हैं। यहां हम आपके लिए एक लिस्ट लेकर आए हैं, जिससे आप इन सभी आंकड़ों को अच्छे से समझ सकते हैं। ऐसे में अगर आप प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए तैयारी कर रहे हैं तो आपके लिए ये जानकारी काफी महत्वपूर्ण साबित होने वाली है।
इसरो वैज्ञानिक पद और वेतन
प्रतिष्ठित वैज्ञानिक : 75,500 - 80,000 रुपये
उत्कृष्ट वैज्ञानिक : 67,000- 79,000 रुपये
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एच एंड जी : 37,400 - 67,000 रुपये
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एसजी : 37,400 - 67,000 रुपये
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एसएफ : 37,400 - 67,000 रुपये
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एसई और एसडी : 15,600 - 39,100 रुपये
इसरो वैज्ञानिक ग्रेड पे का विवरण
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एच एंड जी रु. 10,000
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एसजी रु. 8,900
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एसएफ रु. 8,700
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एसई रु. 7,600
साइंटिस्ट/इंजीनियर- एसडी रु. 6,600
कितने प्रकार के होते हैं इसरो के वैज्ञानिकों को मिलने वाले भत्ते और लाभ
1. महंगाई भत्ता
2. मकान किराया भत्ता
3. यात्रा भत्ता
4. पेंशन
5. चिकित्सा सुविधाएं
6. भविष्य निधि
ISRO वैज्ञानिकों को मिलने वाली जिम्मेदारियां
1. चुनिंदा पदों के लिए चुने गए उम्मीदवारों को 1 वर्ष की परिवीक्षा अवधि पूरी करनी होगी।
2. विभिन्न प्रणालियों का विकास, डिजाइन और परीक्षण करना।
3. प्रयोग और अनुसंधान आयोजित करना।
4. अधीनस्थ कर्मचारियों को प्रबंधित करना और उनका मार्गदर्शन करना।
5. उच्च अधिकारियों को दिन-प्रतिदिन की गतिविधियों की रिपोर्ट करना।