International Translation Day 2022 जानिए कैसे हुइ अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस की शुरुआत और इसका महत्व

अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस हर साल 30 सितंबर को मनाया जाता है। 24 सितंबर 2017 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक संकल्प पारित कर 30 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस (इंटरनेशनल ट्रांसलेशन डे) के तौर पर घोषित किया गया। हर देश की अपनी एक भाषा है वहीं भारत एक ऐसा देश है जिसमें 22 भाषाओं को आधिकारिक भाषा का दर्जा प्राप्त है। 122 मेजर भाषाएं और उसेक अलावा 1599 अन्य भाषाएं है। विश्व की बात करें तो पूरे विश्व में 7.151 भाषाएं है। इन सभी भाषाओं को अनुवाद करने के कार्य कौन करता है, एक अनुवादक भारत की बात करें तो उत्तत की तरफ रहेने वाले नागरिकों को साउथ की भाषाएं नहीं आति है लेकिन फिर भी उनके द्वारा बनाई गई फिल्मों का बोल-बाल हर जगहा है। क्योंकि इन फिल्मों को अन्य कई भाषाओं में डब किया जाता है। ताकि भारत के साथ-साथ बाहर के देशों को भी साउथ कि ये फिल्में देक पाएं। इसी के साथ अन्य देशों की कई फिल्मों की भारतीय भाषाओं में ट्रांसलेट किया जाता है। ताकि हम उन फिल्मों को देख सकें। फिर बात आती है राजनीति की तो विश्व सत्र आपनी बात रखने और अन्यों की समझने के लिए ट्रांसलेटर की आवश्यकता है। देखा जाए तो विश्व के देशों को आपस में जोड़ने के लिए ट्रांसलेटर एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहें है। इनके इसी योगदान को सम्मानित करने के लिए अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस की शुरुआत की गई है। इस दिवस को हर साल एक थीम के साथ मनाया जाता है। अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस 2022 की थीम है "बाधाओं के बिना एक दुनिया: संस्कृति, समझ और स्थायी शांति के निर्माण में भाषा पेशेवरों की भूमिका" आइए इस दिवस के इतिहास के बारे में जाने।

International Translation Day 2022 जानिए कैसे हुइ अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस की शुरुआत और इसका महत्व

अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस का इतिहास

अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस हर साल 30 सितंबर को मनाया जाता है। आधिकारिक तौर पर पहला अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस 2017 में मनाया गया था। 24 सितंबर 2017 को संयुक्त राष्ट्र महासभा ने एक संकल्प 71/288 पारित कर 30 सितंबर को अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस घोषित किया गया। ए/71/एल.68 प्रस्ताव पर उस समय 11 देशों ने हस्ताक्षर किए थे। अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस को मनाने के लिए जारी इस संकल्प की वकालत इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ट्रांसलेटर्स सहित इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ कॉन्फ्रेंस इंटरप्रेटर्स, क्रिटिकल लिंक इंटरनेशनल, इंटरनेशनल एसोसिएशन ऑफ प्रोफेशनल ट्रांसलेटर्स एंड इंटरप्रेटर्स, रेड टी, वर्ल्ड एसोसिएशन ऑफ साइन लैंग्वेज इंटरप्रेटर्स और अन्य कई संगठनों ने की। अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस को मनाने को सबसे अधिक बढ़वा इंटरनेशनल फेडरेशन ऑफ ट्रांसलेटर्स- एफआईटी ने शुरू से ही की है। 1953 में एफआईटी की स्थापना हुई थी और वर्ष 1991 में इस फेडरेशन ने दुनिया भर के अनुवाद समुदायों को एकजुत करने के लिए आधिकारिक तौर पर इस दिवस को मान्यता प्रदान करने के विचार की शुरुआत की।

अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस मानाने के लिए 30 सितंबर की तिथि को इसलिए चुना गया क्योंकी उसी दिन बाइबल एक अनुवादक सेंट जेरों का जन्म हुआ था। सेंट जेरोम को अनुवादकों के संरक्षक संत के रूप मे माना जाता है। ज्ञान और प्रोद्योगिकि के प्रसार के लिए अनुवाद का एक बहुत महत्वपूर्ण रोल है ये बात सेंट जेरोम ने साबित की। हजारों साल पहले उन्होंने बाइबल को हिब्रू भाषा से लैटिन भाषा में अनुवाद करने के लिए यात्रा शुरू की थी। ताकि बाइबल को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाया जा सके। न जाने कितनी खोजो, इनोवेशनों और धार्मिक ग्रंथों का अनुवाद किया है ताकि उसे दुनिया भर में उसका प्रचार किया जा सके। तो इस प्रकार से अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस की शुरुआत हुई थी।

अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस का महत्व

यदि हम इस दिवस के महत्व की बात करें या यू कहें की अनुवाद का विश्व में क्या महत्व है तो सबसे पहेल ये बात आती है कि विश्व स्तर पर अपनी बात रखना केवल अनुवाद के माध्यम से मुमकिन है। क्योंकि हर देश की अपनी भाषा है और इतनी भाषाएं बोलना और सीखना कोई आसान बात नहीं है। हर देश को एक वैश्विक मंच देने वाला संगठन संयुक्त राष्ट्र के निर्मणा तक में अनुवादकों ने एक महान भूमिका निभाई है। 51 संस्थापक राष्ट्रों को एक जगह लाना कोई आसान काम नहीं था लेकिन ये मुमकिन हो पाया। विश्व की सभी संस्कृतियों को को एक साथ लाने में भी अनुवादकों का एक महत्वपूर्ण रोल रहा है। विश्व स्तर अपनी बात कहने के लिए सभी देश अनुवादकों का सहारा लेते हैं ताकि बिना किसी गलतफहमी के सभी उस बात को समझ पाएं। देशों को आपस में एक साथ जोड़े रखने में भी अनुवाद ने अहम भूमिका निभाई है। इसलिए अनुवाद आवश्यक है और इसकी विश्व में एक अहम भूमिका है। इसलिए हर वर्ष अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस मनाया जाता है।स

अंतर्राष्ट्रीय अनुवाद दिवस थीम (2017 से 2022)

2022- बाधाओं के बिना एक दुनिया: संस्कृति, समझ और स्थायी शांति के निर्माण में भाषा पेशेवरों की भूमिका"
2021- अनुवाद में संयुक्त
2020- संकट में दुनिया के लिए शब्द ढूँढना2021-अनुवाद में संयुक्त
2019- स्वदेशी भाषाओं के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के दौरान अनुवाद और स्वदेशी भाषाएँ
2018- अनुवाद: बदलते समय में सांस्कृतिक विरासत को बढ़ावा देना
2017- अनुवाद और विविधता

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English summary
International Translation Day is celebrated every year on 30 September. Officially the first International Translation Day was celebrated in 2017. On 24 September 2017 the United Nations General Assembly passed a resolution 71/288 declaring 30 September as International Translation Day. The A/71/L.68 resolution was signed by 11 countries at that time. Since then, International Translation Day is celebrated every year on 30 September every year.
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