Indira Gandhi Essay 2024: इंदिरा गांधी भारत की पहली और अब तक की एकमात्र महिला प्रधानमंत्री थीं। अपने दृढ़ नेतृत्व और संकल्प की वजह से उन्हें 'आयरन लेडी' के नाम से जाना जाता है। इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ था और वे भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू की बेटी थीं। उनके नेतृत्व ने भारत को विश्व पटल पर एक नई पहचान दी।
आज के इस लेख में हम आपके लिए इंदिरा गांधी पर 100, 200 और 250 शब्दों में निबंध लेकर आएं हैं।
100 शब्दों में इंदिरा गांधी पर निबंध
इंदिरा गांधी भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं, जिन्होंने 1966 से 1977 और 1980 से 1984 तक प्रधानमंत्री पद संभाला। उनका जन्म 19 नवंबर 1917 को पंडित नेहरू के घर हुआ था। इंदिरा गांधी का राजनीति में योगदान बहुत महत्वपूर्ण था, उन्होंने गरीबी उन्मूलन, हरित क्रांति और बैंकों का राष्ट्रीयकरण जैसे अनेक प्रयास किए। इंदिरा का नेतृत्व साहसी और सशक्त था, जिसे 1971 के भारत-पाक युद्ध और आपातकाल जैसे समयों में देखा गया। वे हमेशा अपने निर्णयों के लिए जानी गईं। 31 अक्टूबर 1984 को उनकी हत्या कर दी गई, लेकिन उनका योगदान भारतीय राजनीति में हमेशा याद रहेगा।
200 शब्दों में इंदिरा गांधी पर निबंध
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में पंडित जवाहरलाल नेहरू और कमला नेहरू के घर हुआ। राजनीति में उनका झुकाव बचपन से ही था और आज़ादी के आंदोलन में सक्रिय रहते हुए उन्होंने भारतीय राजनीति को करीब से देखा। इंदिरा ने 1966 में भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री के रूप में पदभार संभाला।
उनके कार्यकाल में भारत में कई महत्वपूर्ण बदलाव हुए। उन्होंने हरित क्रांति का नेतृत्व किया, जिससे भारत को खाद्य संकट से राहत मिली। इसके अलावा उन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण करके आर्थिक स्थिति को मजबूत किया। 1971 में भारत-पाक युद्ध में इंदिरा गांधी के नेतृत्व में भारत ने विजय प्राप्त की, जिससे बांग्लादेश का निर्माण हुआ।
हालांकि, उनके नेतृत्व में 1975 में आपातकाल लागू किया गया, जिसके कारण उनकी काफी आलोचना भी हुई। इंदिरा गांधी का जीवन साहस और दृढ़ता का प्रतीक था। उनकी हत्या 31 अक्टूबर 1984 को हुई, लेकिन उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा।
250 शब्दों में इंदिरा गांधी पर निबंध
इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को इलाहाबाद में पंडित जवाहरलाल नेहरू के घर हुआ था। उनके परिवार ने भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई, जिससे इंदिरा भी राजनीति में रुचि लेने लगीं। उन्होंने अपनी शिक्षा शांति निकेतन, फिर ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से प्राप्त की, लेकिन अपनी मां की बीमारी के कारण उन्हें अपनी पढ़ाई बीच में छोड़नी पड़ी।
1966 में इंदिरा गांधी ने प्रधानमंत्री के रूप में कार्यभार संभाला और भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री बनीं। उनका कार्यकाल कई ऐतिहासिक निर्णयों और उपलब्धियों से भरा रहा। उन्होंने हरित क्रांति की शुरुआत की जिससे कृषि उत्पादन में वृद्धि हुई और देश को खाद्य आत्मनिर्भरता की ओर ले जाया गया। 1971 में भारत-पाक युद्ध के दौरान इंदिरा का नेतृत्व शानदार था, जिसके परिणामस्वरूप बांग्लादेश का निर्माण हुआ। उन्होंने बैंकों का राष्ट्रीयकरण करके गरीब वर्ग को लाभ पहुंचाया और समाज में आर्थिक असमानता को कम करने का प्रयास किया।
हालांकि, उनके कार्यकाल में 1975 में आपातकाल लागू करने का विवादास्पद निर्णय भी शामिल है, जिससे उनकी आलोचना हुई। आपातकाल के बाद जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर कर दिया, लेकिन 1980 में वे फिर प्रधानमंत्री बनीं। 31 अक्टूबर 1984 को उनकी हत्या कर दी गई। इंदिरा गांधी का जीवन और योगदान भारतीय राजनीति और इतिहास में एक अमिट छाप छोड़ गया है।