इंदिरा गांधी पुण्यतिथि किस दिवस के रूप में मनाई जाती है? जानिए राष्ट्रीय संकल्प दिवस के बारे में

इंदिरा गांधी, भारत की पहली महिला प्रधानमंत्री, जिन्होंने अपनी दूरदर्शिता और साहसिक निर्णयों से देश को एक नई दिशा दी, को उनकी पुण्यतिथि पर विशेष रूप से याद किया जाता है। हर वर्ष 31 अक्टूबर को उनकी पुण्यतिथि के रूप में मनाया जाता है, जिसे हम 'राष्ट्रीय संकल्प दिवस' के रूप में जानते हैं।

इस दिन का उद्देश्य न केवल इंदिरा गांधी के अद्वितीय योगदान को स्मरण करना है, बल्कि उनके द्वारा प्रदत्त राष्ट्रीय एकता, अखंडता, और साहस के मूल्यों को अपनाने का संकल्प लेना भी है।

इंदिरा गांधी पुण्यतिथि किस दिवस के रूप में मनाई जाती है? जानिए राष्ट्रीय संकल्प दिवस के बारे में

इंदिरा गांधी का संक्षिप्त परिचय

इंदिरा गांधी का जन्म 19 नवंबर 1917 को हुआ था। उनके पिता पंडित जवाहरलाल नेहरू, जो स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, से उन्होंने देशभक्ति और जनता की सेवा का महत्व सीखा। इंदिरा गांधी का राजनीतिक करियर तब शुरू हुआ जब वे 1966 में भारत की प्रधानमंत्री बनीं। उनकी नीति, निर्णय लेने की क्षमता और नेतृत्व ने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाई। इंदिरा गांधी ने कई साहसिक निर्णय लिए, जैसे बैंकों का राष्ट्रीयकरण, पाकिस्तान के खिलाफ 1971 का युद्ध, और हरित क्रांति को प्रोत्साहन देना, जिसने भारत को खाद्यान्न उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाया।

राष्ट्रीय संकल्प दिवस का महत्व

इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि, जिसे राष्ट्रीय संकल्प दिवस के रूप में मनाया जाता है, एक अवसर है जब हम उनके बलिदान, साहस और समर्पण को श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। 31 अक्टूबर 1984 को इंदिरा गांधी की उनके अंगरक्षकों द्वारा हत्या कर दी गई थी, लेकिन उनके जीवन का उद्देश्य और उनके कार्य हमेशा हमारे बीच जीवित रहेंगे। इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य यही है कि हम देश के लिए अपने संकल्प को पुनः पुष्टि करें और उनके दिखाए मार्ग पर चलने का प्रयास करें।

राष्ट्रीय संकल्प दिवस पर हमें यह समझने का मौका मिलता है कि एक नेता के रूप में इंदिरा गांधी ने किस प्रकार की नीतियां अपनाईं और किस प्रकार भारत की संप्रभुता और अखंडता को संरक्षित रखा। यह दिन हमें एकता, अखंडता, और राष्ट्रीय एकजुटता के मूल्य की याद दिलाता है और हमें प्रेरित करता है कि हम भी देश की सेवा के लिए अपने संकल्पों को मजबूत बनाएं।

राष्ट्रीय संकल्प दिवस के आयोजन

हर वर्ष राष्ट्रीय संकल्प दिवस पर भारत सरकार और विभिन्न संस्थाओं द्वारा कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इन कार्यक्रमों में विशेषकर देश की युवा पीढ़ी को इंदिरा गांधी के आदर्शों और उनके योगदानों के बारे में बताया जाता है। स्कूलों और कॉलेजों में राष्ट्रीय एकता के प्रति जागरूकता फैलाने वाले कार्यक्रम, प्रदर्शनी और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। इनके माध्यम से युवाओं को देशभक्ति और सेवा के लिए प्रेरित किया जाता है।

साथ ही, इस दिन राष्ट्रीय एकता और अखंडता के प्रति हमारे संकल्प को व्यक्त करने के लिए शपथ भी दिलाई जाती है। सरकारी संस्थाओं, शिक्षण संस्थानों और अन्य संगठनों में अधिकारी और छात्र मिलकर एकता और संप्रभुता की रक्षा का संकल्प लेते हैं। यह एक ऐसा दिन है जब हम अपनी विभिन्नता के बावजूद भी एक होने का महत्व समझते हैं और एक राष्ट्र के रूप में अपनी शक्ति को महसूस करते हैं।

इंदिरा गांधी की विरासत

इंदिरा गांधी की विरासत केवल उनकी नीतियों में ही नहीं, बल्कि उनके साहसिक और दूरदर्शी नेतृत्व में भी समाहित है। उन्होंने समय-समय पर यह साबित किया कि भारत एक स्वतंत्र और सशक्त देश है, जो अपने अधिकारों की रक्षा करना जानता है। चाहे वह बांग्लादेश की आजादी के लिए लिया गया निर्णय हो या फिर देश की सीमाओं की सुरक्षा का मुद्दा, इंदिरा गांधी ने हमेशा निडर होकर कार्य किया।

उनका जीवन हमें यह सिखाता है कि एक नेता को न केवल दूरदर्शी होना चाहिए, बल्कि अपने फैसलों पर दृढ़ता से खड़ा होना भी आवश्यक है। उनके नेतृत्व में भारत ने न केवल अपने आंतरिक मुद्दों का समाधान खोजा, बल्कि एक वैश्विक स्तर पर भी अपनी शक्ति और प्रतिष्ठा को स्थापित किया। इस प्रकार, इंदिरा गांधी का जीवन और उनकी उपलब्धियां हमारे लिए एक प्रेरणा स्रोत हैं।

राष्ट्रीय संकल्प दिवस की प्रासंगिकता

आज के समय में, जब सामाजिक और राजनीतिक चुनौतियां दिन-प्रतिदिन बढ़ रही हैं, राष्ट्रीय संकल्प दिवस की प्रासंगिकता और भी महत्वपूर्ण हो जाती है। यह दिन हमें एक अवसर देता है कि हम अपने देश के प्रति अपने कर्तव्यों का स्मरण करें और उन्हें निभाने का संकल्प लें। भारत जैसे विविधताओं से भरे देश में, जहां विभिन्न भाषाएं, धर्म, और संस्कृतियां हैं, एकता और अखंडता को बनाए रखना हमेशा एक चुनौती रहा है।

राष्ट्रीय संकल्प दिवस के माध्यम से हम यह सुनिश्चित कर सकते हैं कि देश की एकता और अखंडता के प्रति हमारा संकल्प कभी कम न हो। यह दिवस हमें इंदिरा गांधी की शिक्षाओं को आत्मसात करने और देश के प्रति अपने दायित्वों को निभाने के लिए प्रेरित करता है।

इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि को राष्ट्रीय संकल्प दिवस के रूप में मनाना उनकी स्मृति और योगदान के प्रति हमारी कृतज्ञता का प्रतीक है। इस दिन का महत्व केवल उन्हें याद करना ही नहीं है, बल्कि उनके विचारों और आदर्शों को अपने जीवन में उतारना भी है। यह एक ऐसा अवसर है जब हम एक राष्ट्र के रूप में अपनी एकता का प्रदर्शन कर सकते हैं और यह संकल्प ले सकते हैं कि किसी भी परिस्थिति में हम अपने देश की संप्रभुता और अखंडता की रक्षा करेंगे।

राष्ट्रीय संकल्प दिवस, देश के प्रति प्रेम और समर्पण की भावना को मजबूत करता है और हमें इंदिरा गांधी के आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित करता है।

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English summary
Indira Gandhi, the first woman Prime Minister of India, who gave a new direction to the country with her vision and bold decisions, is specially remembered on her death anniversary. Every year 31st October is celebrated as her death anniversary, which we know as 'Rashtriya Sankalp Diwas'.
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