Happy Chhath Puja Quotes and Messages: संतान प्राप्ति के लिए और संतान की सुरक्षा की कामना करते हुए देश में आस्था का महापर्व छठ पूजा का आयोजन किया गया है। आज छठ पर्व के तीसरे दिन छठ पूजा का व्रत करने वाली महिलाएं सोलह श्रृंगार कर आज नदी के किनारे डूबते सूरज को अर्घ्य देंगी। छठ एक ऐसा पर्व है जहां सूर्य को उदय होने और अस्त होने पर पूजा जाता है।
छठ महापर्व को उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। छठ पर्व के दौरान देवी षष्ठी और भगवान सूर्य देवता की पूजा की जाती है। मान्यताओं के अनुसार, देवी षष्ठी की कृपा से संतान सुख की प्राप्ति होती है, इसलिए छठ पूजा का त्योहार इतना खास होता है। यह पर्व सूर्य देव और छठी मैया की आराधना का पर्व है। इस दौरान भक्तगण परिवार की संतान सुख और उनके स्वास्थ्य के लिए उपवास और विशेष पूजा-अर्चना करते हैं। चार दिनों तक चलने वाले इस पर्व का आज तीसरा दिन अर्थात संध्या अर्घ्य का दिन।
छठ पर्व का तीसरा दिन सबसे महत्वपूर्ण होता है। इसे 'संध्या अर्घ्य' के नाम से जाना जाता है। इस दिन भक्तगण नदी, तालाब या किसी जलाशय के किनारे सूर्य देव को अर्घ्य देते हैं। भक्त अपने व्रत का पालन करते हुए संध्या के समय सूर्यास्त के समय अर्घ्य अर्पित करते हैं। इस दिन परिवार के सभी सदस्य एकत्र होकर सूर्य देवता और छठी मैया की पूजा करते हैं। पूजा के बाद प्रसाद का वितरण होता है। छठ पूजा के महाप्रसाद में ठेकुआ, चावल, और अन्य पारंपरिक मिठाइयां शामिल होती हैं।
यदि आप भी छठ पर्व के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य के अवसर पर दोस्तों और परिजनों को शुभकामनाएं और बधाई संदेश भेजना चाहते हैं तो संध्या अर्ध्य के लिए बधाई संदेश नीचे दिए जा रहे हैं। आप भी संध्या अर्घ्य के अवसर पर अपने दोस्तों और परिजनों एवं प्रियजनों को शुभकामना संदेश पर भेज सकते हैं।
Chhath Puja 2024 छठ पूजा संध्या अर्घ्य पर टॉप कोट्स, संदेश और एसएमएस
सूर्य की किरणें आपको सुख, समृद्धि और सफलता प्रदान करें। छठ पूजा की शुभकामनाएं!
छठ पर्व के इस पावन अवसर पर आपके जीवन में खुशियों की बहार आए। संध्या अर्घ्य की शुभकामनाएं!
सूर्य देव की कृपा से आपका हर दिन सुनहरा हो। छठ पूजा मंगलमय हो!
छठ मैया आपके जीवन को सुख और समृद्धि से भर दे। संध्या अर्घ्य की हार्दिक शुभकामनाएं!
खुशियों से भरा हो आपका हर पल, छठ पर्व आपके जीवन को नई दिशा दे। छठ पूजा की शुभकामनाएं!
छठ मैया का आशीर्वाद सदा आप पर बना रहे। संध्या अर्घ्य की बधाई!
छठ पर्व का यह पावन समय आपके जीवन में नई ऊर्जा का संचार करे। संध्या अर्घ्य की हार्दिक शुभकामनाएं!
छठी मैया आपके परिवार को खुशहाल और समृद्ध बनाए। छठ पर्व की ढेरों शुभकामनाएं!
छठ पर्व का यह पर्व आपके जीवन में सुख और शांति लाए। संध्या अर्घ्य की बधाई!
सूर्य देव का आशीर्वाद सदा आपके साथ रहे। छठ पूजा की हार्दिक बधाई!
छठ पूजा का यह पर्व आपके जीवन में नई उमंग और उत्साह लाए। संध्या अर्घ्य की शुभकामनाएं!
संध्या अर्घ्य के इस पावन अवसर पर आपकी हर मनोकामना पूरी हो। छठ पर्व की हार्दिक बधाई!
छठ पूजा के इस पावन अवसर पर आपको सुख, शांति और समृद्धि की प्राप्ति हो। शुभ छठ पूजा!
छठी मैया की कृपा से आपके जीवन में हर दिन मंगलमय हो। संध्या अर्घ्य की शुभकामनाएं!
छठ पूजा का यह पर्व आपके जीवन में ढेर सारी खुशियां लाए। शुभ संध्या अर्घ्य!
छठ पर्व की खुशियों से आपका घर आंगन भर जाए। संध्या अर्घ्य की बधाई!
छठ पूजा के तीसरे दिन संध्या अर्घ्य के लिए शुभकामनाएं, संदेश, एसएमएस और बधाई संदेश
छठ पूजा का यह पावन पर्व आपके परिवार को सुख और समृद्धि प्रदान करे। शुभ छठ पर्व!
छठी मैया का आशीर्वाद आपके परिवार पर सदा बना रहे। संध्या अर्घ्य की शुभकामनाएं!
छठ पर्व का यह दिन आपके जीवन में ढेर सारी खुशियां लाए। शुभ संध्या अर्घ्य!
छठ पूजा के इस पावन अवसर पर आपकी सभी मनोकामनाएं पूरी हों। शुभ छठ पूजा!
संध्या अर्घ्य की इस पावन बेला में आपके जीवन में नई खुशियां आएं। छठ पूजा की शुभकामनाएं!
सूर्य देव और छठी मैया का आशीर्वाद आपको सुख-शांति प्रदान करे। संध्या अर्घ्य की शुभकामनाएं!
छठ पर्व आपके जीवन में नई रोशनी और उमंग का संचार करे। शुभ संध्या अर्घ्य!
छठ पूजा के इस पावन पर्व पर आपको और आपके परिवार को सुख और समृद्धि की प्राप्ति हो। शुभ छठ पूजा!
सूर्य देवता और छठी मैया की कृपा आपके जीवन को उज्जवल बनाए। संध्या अर्घ्य की बधाई!
छठ पर्व की यह पावन बेला आपके जीवन में नई खुशियां लाए। शुभ संध्या अर्घ्य!
छठ पूजा का यह पावन समय आपके जीवन में ढेर सारी खुशियों का संचार करे। शुभ छठ पूजा!
छठी मैया का आशीर्वाद सदा आपके साथ रहे। शुभ संध्या अर्घ्य!
छठ पूजा के इस पावन अवसर पर आपको हर कदम पर सफलता मिले। शुभ संध्या अर्घ्य!
छठ पर्व का यह पर्व आपके जीवन में खुशियों की बहार लाए। संध्या अर्घ्य की बधाई!
Chhath Puja 2024: छठ पूजा क्यों की जाती है? जानिए छठ पूजा की तिथि-समय और छठ पूजा का इतिहास क्या है?