Shardiya Navratri Speech in Hindi: इस महीने 3 अक्टूबर से नवरात्रि का त्योहार शुरू हो चुका है। नौ दिनों तक चलने वाला नवरात्रि हिंदू धर्म के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। नवरात्रि के त्योहार के दौरान माता दुर्गा के नौ अलग-अलग स्वरूपों की पूजा की जाती है। नवरात्रि के दौरान लोग व्रत रखते हैं, पूजा-पाठ करते हैं और देवी के प्रति अपनी भक्ति व्यक्त करते हैं।
भारत के विभिन्न राज्यों में नवरात्रि का त्योहार अलग तरीकों और अलग नामों से मनाया जाता है। कई राज्यों में इसे नवरात्रि कहा जाता है तो कई राज्यों में इस देवी दुर्गा पूजा के नाम से भी मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल, असम, बिहार, छत्तीसगढ़, ओडिशा और त्रिपुरा में नवरात्रि के नौ दिनों के दौरान देवी दुर्गा की पूजा एवं अराधना की जाती है।
100, 200, 300 और 500 शब्दों में नवरात्रि पर भाषण कैसे लिखें?
यह पर्व बच्चों के लिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इससे उन्हें हमारी सांस्कृतिक धरोहर और धार्मिक मान्यताओं के बारे में जानने का मौका मिलता है। यहां हम स्कूल के छात्रों के लिए नवरात्रि पर चार अलग-अलग भाषण प्रस्तुत कर रहे हैं। नवरात्रि पर यदि आप भी स्कूल में या किसी सार्वजनिन पूजा समिति द्वारा आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रमों में भाग लेना चाहते है और नवरात्रि पर भाषण देना चाहते हैं तो यहां 100, 200, 300 और 500 शब्दों में दिए गए नवरात्रि पर भाषण प्रारूप देख सकते हैं।
100 शब्दों में नवरात्रि पर भाषण
नमस्कार
यहां उपस्थित सभी अध्यापक और गणमान्य अतिथियों को मेरा नमस्कार! आज मैं अभिजीत यहां नवरात्रि के पावन अवसर पर कुछ बोलने के लिए उपस्थित हुआ हूं। नवरात्रि का त्योहार नौ दिनों तक देश भर के विभिन्न राज्यों में धूमधाम से मनाया जाता है। इस दौरान आदि शक्ति देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। जिनमें ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री शामिल हैं। यह पर्व हमारे देश की सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाता है। लोग नवरात्रि में व्रत रखते हैं और माता की आराधना करते हैं।
यह समय हमारे मन और शरीर को शुद्ध करने का अवसर है। नवरात्रि का त्योहार बच्चों के लिए कुछ सीख लेकर आता है। नवरात्रि के दौरान सत्य, अहिंसा और भक्ति का महत्व समझना चाहिये। नवरात्रि हमें शक्ति के सदुपयोग से लेकर साहस और समर्पण का संदेश देती है। इस पर्व के दौरान हमें माता की कृपा प्राप्त करने के लिए उनके गुणों को अपने जीवन में अपनाने की कोशिश करनी चाहिये।
धन्यवाद!
200 शब्दों में नवरात्रि पर भाषण
सभी को नमस्ते
आज नवरात्रि के शुभ अवसर पर मुझे बहुत खुशी हो रही है कि आप सबके सामने मां दुर्गा और नवरात्रि के त्योहार पर मुझे कुछ बोलने का अवसर मिला है। नवरात्रि हमारे देश का एक महत्वपूर्ण त्योहार है। इस पवित्र त्योहार को देवी आदि शक्ति की उपसना के साथ नौ दिनों तक बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार में देवी दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। हर दिन मां के एक अलग रूप की आराधना की जाती है। देवी के प्रत्येक स्वरूप से हमें जीवन में नई प्रेरणा और अलग-अलग सीख मिलती है। नवरात्रि के दौरान लोग व्रत रखते हैं, माता की कथा सुनते हैं और गरबा या डांडिया जैसे नृत्यों के माध्यम से इस त्योहार को हर्सोल्लास के साथ मनाते हैं और अपने परिजनों एवं दोस्तों के साथ खुशियां बांटते हैं।
बच्चों के लिए नवरात्रि का महत्व इसलिए भी है क्योंकि इससे हमें हमारी परंपराओं और संस्कारों के बारे में जानकारी मिलती है। देवी दुर्गा का हर रूप हमें जीवन में संघर्ष से न डरने और कठिनाइयों का सामना करने की प्रेरणा देता है। नवरात्रि के दौरान हमें सत्य और धर्म के मार्ग पर चलने की प्रेरणा मिलती है। नवरात्रि का यह पर्व हमें यह सिखाता है कि जब हम सच्चाई के रास्ते पर चलते हैं तो माता दुर्गा का आशीर्वाद हमारे साथ होता है और हर कठिनाई से हमें मुक्ति मिलती है।
धन्यवाद!
300 शब्दों में नवरात्रि पर भाषण
सुप्रभात,
आज दुर्गा पूजा और नवरात्रि के इस पवित्र त्योहार को मनाने के लिए हम सब यहां एकत्र हुए हैं। मैं आज बहुत खुश हूं कि मुझे नवरात्रि पर देवी शक्ति मां दुर्गा और इस त्योहार के बारे में दो शब्द कहने का मौका मिला है।
नवरात्रि हमारे देश का एक प्रमुख पर्व है। देश के अलग अलग हिस्सों में नवरात्रि के त्योहार को अलग नाम से जाना जाता है। हालांकि सभी प्रांतों में आदिशक्ति की ही अराधना की जाती है। नवरात्रि नौ दिनों तक मनाया जाता है। यह पर्व विशेष रूप से माता दुर्गा की पूजा और आराधना को समर्पित होता है और मां दुर्गा की पूजा अर्चना की जाती है। नवरात्रि का मतलब है 'नौ रातें' और इन नौ रातों में माता के नौ रूपों की पूजा की जाती है। शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कुष्मंडा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री माता को पूजा जाता है। यह पर्व बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है।
देश में हर साल विशेष रूप से शारदीय और चैत्र नवरात्रि मनाए जाते हैं। जिनका धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व है। पहले दिन घट स्थापना होती है और मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इसके बाद के दिनों में माता के अन्य रूपों की पूजा की जाती है। देवी आदिशक्ति का हर रूप हमें जीवन में शक्ति, साहस और धैर्य का महत्व समझाता है।
बच्चों के लिए नवरात्रि का यह पर्व इसलिए खास है क्योंकि इससे हमें यह सीख मिलती है कि हमें जीवन में कभी हार नहीं माननी चाहिये। माता दुर्गा हमें यह सिखाती हैं कि हमें हमेशा सच्चाई और धर्म का पालन करना चाहिये और कठिनाइयों का सामना धैर्य और साहस से करना चाहिये। नवरात्रि में लोग व्रत रखते हैं, भजन-कीर्तन करते हैं और माता की कृपा पाने के लिए गरबा और डांडिया नृत्य करते हैं। यह पर्व हमें भारतीय संस्कृति और परंपराओं से जोड़ता है और एकजुट होकर अच्छाई के लिए संघर्ष करना कितना महत्वपूर्ण है, इसकी सीख देता है।
धन्यवाद!
500 शब्दों में नवरात्रि पर भाषण
नमस्कार,
यहां उपस्थित बड़े गुरुजनों को मेरा नमन और साथियों को मेरा स्नेह। मुझे बेहद खुशी है कि आज नवरात्रि के पावन अवसर पर मुझे यहां कुछ बोलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ है।
नवरात्रि हिंदू धर्म का पवित्र पर्व है। नौ दिनों तक चलने वाले इस पर्व में हम आदिशक्ति के नौ रूपों की अराधरना करते हैं। इसे पूरे भारत में बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जाता है। 'नवरात्रि' शब्द का अर्थ है 'नौ रातें'। इन नौ दिनों के दौरान, देवी दुर्गा के नौ अलग-अलग रूपों की पूजा की जाती है। यह पर्व अच्छाई पर बुराई की जीत के प्रतीक के रूप में मनाया जाता है और हमें सत्य और धर्म का पालन करने से हर कठिनाई का समाधान पाने की सीख मिलती है।
नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है और मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। इसके बाद ब्रह्मचारिणी, चंद्रघंटा, कूष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और सिद्धिदात्री की पूजा की जाती है। हर देवी का अपना एक विशेष महत्व और कहानी है जो हमें जीवन में संघर्ष से न डरने और कठिनाइयों का सामना करने की प्रेरणा देती है।
नवरात्रि का पर्व भारतीय संस्कृति और परंपराओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस दौरान लोग उपवास रखते हैं और माता की भक्ति में लीन रहते हैं। यह समय शारीरिक और मानसिक शुद्धि का होता है। लोग व्रत के माध्यम से अपने शरीर को शुद्ध करते हैं और भजन-कीर्तन, माता की कथा सुनकर अपने मन को शुद्ध करते हैं। इस पर्व के दौरान लोग गरबा और डांडिया नृत्य भी करते हैं।
बच्चों के लिए नवरात्रि का महत्व बहुत खास है क्योंकि इससे उन्हें हमारे हिंदू धर्म और संस्कृति के बारे में जानकारी मिलती है। माता दुर्गा के नौ रूपों की कहानियां बच्चों को प्रेरित करती हैं कि वे जीवन में कठिन परिस्थितियों का सामना करें और कभी हार न मानें। नवरात्रि के पर्व से हमें कई सीख मिलती है। जब हम सच्चाई के मार्ग पर चलते हैं तो मां दुर्गा का आशीर्वाद हमारे साथ होता है।
यह त्योहार हमें अपने अंदर की बुराइयों का नाश करने और अपने जीवन को अच्छे गुणों से भरने के संदेश देता है। नवरात्रि के दौरान देवी के प्रत्येक रूप की पूजा करने से हमें यह समझने का अवसर मिलता है कि हर रूप का अपना एक महत्व है, जो हमें जीवन के किसी न किसी पहलू में प्रेरणा देता है। नवरात्रि का यह पर्व हमें यह भी सिखाता है कि महिलाओं का सम्मान करना कितना महत्वपूर्ण है, क्योंकि माता दुर्गा के हर रूप में शक्ति और साहस का प्रतीक छिपा है। हमें अपने जीवन में महिलाओं का आदर करना चाहिये और उन्हें समाज में समान अधिकार देने का प्रयास करना चाहिये।
धन्यवाद!