साईं बाबा, जिन्हें शिरडी के साईं बाबा के नाम से भी जाना जाता है, भारत के महान संत और आध्यात्मिक गुरु थे। उनके जीवन से जुड़े कई ऐसे रहस्यमय और चमत्कारी किस्से हैं जो आज भी उनके अनुयायियों के बीच प्रचलित हैं। लेकिन बाबा के जीवन से जुड़े कुछ ऐसे अनसुने किस्से भी हैं, जिनके बारे में हर कोई नहीं जानता। इन किस्सों के माध्यम से साईं बाबा की रहस्यमयी और दिव्य शक्तियों के बारे में और अधिक जानकारी मिलती है।
आइए, साईं बाबा के जीवन से जुड़े 10 अनसुने किस्सों पर नज़र डालें:
1. पहली बार शिरडी आने का किस्सा
साईं बाबा पहली बार शिरडी आए तो एक फ़कीर के रूप में थे। कहा जाता है कि उन्होंने नीम के पेड़ के नीचे ध्यान लगाया और गांववालों से ज्यादा बात नहीं की। उन्हें देखकर लोग समझ नहीं पाए कि वे कौन हैं। बाबा के बारे में कहते हैं कि वे किशोरावस्था में ही शिरडी आए और फिर कुछ समय बाद वहां से चले गए। बाद में उन्होंने वहीं अपनी जीवन यात्रा पूरी की।
2. द्वारकामाई का चमत्कार
द्वारकामाई मस्जिद, जहां साईं बाबा ने अपना अधिकांश समय बिताया, एक साधारण मस्जिद नहीं थी। कहते हैं कि बाबा ने अपने रहस्यमयी चमत्कारों से इस जगह को खास बनाया। कई बार उनके भक्तों ने देखा कि बाबा जब दीया जलाते थे, तो घी की जगह पानी का इस्तेमाल करते थे, और फिर भी दीया लगातार जलता रहता था।
3. सांप के ज़हर का इलाज
एक बार शिरडी के एक व्यक्ति को जहरीले सांप ने काट लिया। जब लोगों ने उसे बाबा के पास लाकर मदद मांगी, तो बाबा ने केवल उसे देखकर कहा, "इसका कुछ नहीं होगा, जाओ, आराम करो।" उनकी बात मानने पर व्यक्ति ठीक हो गया और सांप के ज़हर का कोई प्रभाव नहीं हुआ। बाबा की यह चमत्कारी शक्ति लोगों के बीच काफी चर्चा का विषय बन गई।
4. धर्म के बंधनों से परे
साईं बाबा ने हमेशा धर्म और जाति के भेदभाव को नकारा। एक बार एक हिंदू भक्त ने बाबा को मंदिर में जाकर पूजा करने का अनुरोध किया। बाबा ने कहा, "मस्जिद और मंदिर में कोई अंतर नहीं है, सबका मालिक एक है।" उन्होंने अपने भक्तों से हमेशा यह कहा कि भगवान का रूप केवल मंदिरों में ही नहीं, हर जगह है।
5. साईं बाबा की धूनी और उसका महत्व
द्वारकामाई में साईं बाबा ने एक धूनी जलाना शुरू किया, जो आज भी वहां लगातार जलती रहती है। कहा जाता है कि बाबा इस धूनी के माध्यम से लोगों के कष्ट हरते थे और उन्हें आशीर्वाद देते थे। जो भक्त किसी समस्या से पीड़ित होते, वे बाबा की धूनी से राख लेकर उसे शरीर पर लगाते और उनके कष्ट दूर हो जाते।
6. पानी से दीया जलाने का चमत्कार
एक बार बाबा के पास घी खत्म हो गया और दीये बुझने वाले थे। बाबा ने घी की जगह पानी डालकर दीये जलाने का निर्देश दिया। जब लोगों ने ऐसा किया, तो आश्चर्यजनक रूप से दीये जल उठे। यह चमत्कार शिरडी में मौजूद लोगों के लिए अविश्वसनीय था और उनकी श्रद्धा बाबा में और भी बढ़ गई।
7. अपने भक्तों के साथ साईं बाबा की मानसिक बातचीत
बाबा के कई भक्तों का कहना था कि बाबा उन्हें मानसिक रूप से संदेश देते थे। एक बार एक महिला भक्त को बाबा ने स्वप्न में दर्शन दिए और उसे शिरडी आने के लिए कहा। जब वह शिरडी पहुंची, तो बाबा ने उसे देखकर कहा, "मैं तुम्हें बुलाने वाला था, और तुम आ गईं।"
8. एक ही समय में कई जगह उपस्थित होना
कहा जाता है कि साईं बाबा एक ही समय में कई जगहों पर उपस्थित होते थे। एक बार एक भक्त ने बाबा को अपने गांव में देखा जबकि उसी समय वे शिरडी में भी मौजूद थे। इस घटना ने बाबा की रहस्यमयी शक्तियों को और भी उजागर किया और उनके अनुयायियों की संख्या बढ़ती गई।
9. भविष्यवाणी का चमत्कार
बाबा ने अपनी मृत्यु से पहले कई भविष्यवाणियां की थीं। एक बार उन्होंने अपने अनुयायी को बताया कि उनके जाने के बाद 8 साल तक शिरडी में शांति रहेगी, लेकिन फिर एक बड़ा मंदिर बनेगा। उनकी यह भविष्यवाणी सच हुई, जब उनकी समाधि के बाद वहां एक विशाल मंदिर का निर्माण हुआ।
10. अनाथ बालक को जीवनदान
एक बार एक अनाथ बालक बाबा के पास आया, जो बहुत ही बीमार था। बाबा ने उसे अपनी गोद में लेकर स्नेह से देखा और कहा, "यह बच्चा अब ठीक हो जाएगा।" बाबा के आशीर्वाद से वह बच्चा धीरे-धीरे ठीक होने लगा। यह घटना बाबा की करुणा और उनकी चमत्कारी शक्तियों का एक और प्रमाण है।
साईं बाबा के जीवन से जुड़े ये अनसुने किस्से उनकी आध्यात्मिक शक्ति और चमत्कारी व्यक्तित्व को दर्शाते हैं। उनका जीवन रहस्यमय और चमत्कारों से भरा हुआ था, जो आज भी लोगों को आश्चर्यचकित करता है। बाबा ने न केवल लोगों की शारीरिक समस्याओं का समाधान किया, बल्कि उनके मन और आत्मा को भी शांति प्रदान की। उनके किस्से और उपदेश आज भी लोगों को प्रेरणा देते हैं, और उनके अनुयायी उन्हें भगवान का अवतार मानकर उनकी आराधना करते हैं।