Career in Cyber Law 2023: इंटरनेट आज के दौर में मनुष्य के जीवन का महत्वपूर्ण अंग बन चुका है। जिसके बिना हम जीवन जीने की कल्पना तक नहीं कर सकते हैं। बता दें कि इंटरनेट की दुनिया को साइबरस्पेस के नाम से भी जाना जाता है और यहां होने वाले क्राइम को साइबर क्राइम कहा जाता है। जिसे नियंत्रित करने वाले कानूनों को साइबर लॉ के रूप में जाना जाता है।
तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साइबर लॉ के बारे में बताते हैं की आखिरकार इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया क्या है, एडमिशन प्रोसेस क्या है, सिलेबस क्या है और इस डिप्लोमा को करने के लिए टॉप कॉलेज कौन से हैं।
साइबर लॉ क्या है?
साइबर लॉ को कानून की उस शाखा के रूप में भी वर्णित किया जा सकता है जो इंटर-नेटवर्क सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग से संबंधित कानूनी मुद्दों से संबंधित है। संक्षेप में, साइबर कानून कंप्यूटर और इंटरनेट को नियंत्रित करने वाला कानून है।
साइबर लॉ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स क्या है?
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन साइबर लॉ 1 से 2 साल तक की अवधि का पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स है। इस डिप्लोमा में छात्रों को इंटरनेट, संचार प्रौद्योगिकी, हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर और सूचना प्रणाली सहित तकनीकी और इलेक्ट्रॉनिक तत्वों और उनके समाधान से संबंधित विषयों के बारे में पढ़ाया व सिखाया जाता है।
साइबर लॉ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
• किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से न्यूनतम 50% अंकों के साथ ग्रैजुएशन डिग्री होना अनिवार्य है।
• आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए 5% मॉडरेशन।
साइबर लॉ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा: एडमिशन प्रोसेस
• प्रत्येक कॉलेज और विश्वविद्यालय छात्रों के नामांकन के लिए प्रवेश परीक्षा आयोजित की जाती है। जिसके लिए ऑनलाइन फॉर्म जारी किए जाते हैं।
• ऑनलाइन फॉर्म को फीस के साथ समय पर दाखिल करना होगा।
• जिसके बाद कॉलेजों और विश्वविद्यालयों द्वारा एग्जाम के लिए एडमिट कार्ड जारी किया जाता है।
• एग्जाम होने के बाद रिजल्ट (कट-ऑफ लिस्ट) घोषित की जाएगी।
• यदि उम्मीदवार का कट-ऑफ लिस्ट में नाम आता है तो उसे एडमिशन के दौरान मुख्य दस्तावेज़ सत्यापन करने होंगे। इसमें ग्रैजुएशन मार्कशीट, पासपोर्ट साइज फोटो और प्रोविजनल सर्टिफिकेट आदि शामिल हैं।
साइबर लॉ कॉलेजों द्वारा आयोजित प्रमुख एंट्रेंस एग्जाम
• एआईएलईटी
• एलएसएटी
• एआईबीई
• केआईआईटीईई
• सीयूएसएटी
साइबर लॉ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा: सिलेबस
पेपर - I
• साइबर वर्ल्ड और साइबर लॉ का परिचय
• साइबर दुनिया
• इंटरनेट और ऑनलाइन संसधान
• सूचना की सुरक्षा
• डिजिटल हस्ताक्षर
• एन ओवरवीयू साइबर लॉ
• साइबरस्पेस के बारे में परिचय
• साइबरस्पेस का विनियमन - साइबर कानून की शुरुआत
• साइबर कानूनों का दायरा - ई-कॉमर्स, ऑनलाइन कॉनट्रेक्ट्स, आईपीआर (कॉपीराइट, ट्रेडमार्क और सॉफ्टवेयर पेटेंटिंग), ई-टेक्सेशन, ई-गवर्नेंस एंड साइबर क्राइम
• सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 के विशेष संदर्भ में भारत में साइबर कानून
पेपर II: रेग्युलेटरी फ्रेमवर्क
• अंतर्राष्ट्रीय कानूनी व्यवस्था
• ई-कॉमर्स से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय कानूनी व्यवस्था
• घरेलू कानूनी व्यवस्था - भारत में साइबर कानून: सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम, 2000 - डिजिटल हस्ताक्षर, ई-गवर्नेंस, प्रमाणन प्राधिकरणों का विनियमन, ड्यूटिस ऑफ सब्सक्राइबर्स, दंड और निर्णय, अधिनियम के तहत अपराध, नियम और विनियम आदि बनाना।
पेपर III: साइबर अपराध
• परिचय - कंप्यूटर अपराध और साइबर अपराध; साइबर अपराधों का वर्गीकरण।
• साइबर अपराध और संबंधित कंसेप्ट्स
• रेगयूलेशन ऑफ साइबर क्राइम
पेपर IV: ई-कॉमर्स
• ऑनलाइन बिजनिस
• ई-कॉमर्स की परिभाषा
• ई-कॉमर्स के प्रकार
• वैश्विक ई-कॉमर्स में महत्वपूर्ण मुद्दे
• ई-कॉमर्स के लिए पारंपरिक क्षेत्र आधारित कानून का अनुप्रयोग
• आईपीआर मुद्दे
• आईपीआर - एन ओवरव्यू
• साइबरस्पेस में कॉपीराइट मुद्दे
• साइबरस्पेस में ट्रेडमार्क मुद्दे
• कंप्यूटर सॉफ्टवेयर और संबंधित आईपीआर मुद्दे
साइबर लॉ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा: टॉप 5 कॉलेज और उनकी फीस
1. इंडियन लॉ इंस्टीट्यूट- फीस (7,500)
2. इग्नू- फीस (9,000)
3. उस्मानिया यूनिवर्सिटी- फीस (15,000)
4. सिम्बायोसिस सेंटर फॉर डिस्टेंस लर्निंग- फीस (11,000)
5. मनोनमनियम सुंदरनार यूनिवर्सिटी- फीस (10,000)
साइबर लॉ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा: जॉब प्रोफाइल
साइबर कानून में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा पूरा करने के बाद उम्मीदवारों को दी जाने वाली कुछ सबसे लोकप्रिय नौकरी निम्नलिखित प्रकार की है।
• साइबर वकील- सैलरी (1.5 से 3 लाख तक)
• लीगल असिस्टेंट- सैलरी (1.5 से 2 लाख तक)
• लीगल काउंसिल- सैलरी (1.5 से 2 लाख तक)
• साइबर कंस्लटेंट- सैलरी (2.5 से 3 लाख तक)
• साइबर असिस्टेंट- सैलरी (1.4 से 1.8 लाख तक)
साइबर लॉ में पीजी डिप्लोमा करने के बाद स्कोप
साइबर लॉ में पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा कोर्स पूरा करने के बाद कोई भी छात्र अपना आगे का अध्ययन जारी रख सकता है और स्नातकोत्तर और पीएचडी के लिए जा सकता है। यह उनके भाषा कौशल को बढ़ाएगा और अधिक ज्ञान प्रदान करेगा।