पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टैक्सेशन 1 से 2 साल की अवधि का पीजी डिप्लोमा कोर्स है जो डायरेक्ट टैक्स, इनडायरेक्ट टैक्स, फाइनेंशियल अकाउंटिंग, ऑडिटिंग और इनकम टैक्स से संबंधित मामलों के तकनीकी और व्यावहारिक पहलुओं पर केंद्रित है। इस कोर्स में एडमिशन प्रोसेस एक कॉलेज से दूसरे कॉलेज में भिन्न होता है। कुछ कॉलेज एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर एडमिशन देते हैं तो कुछ कॉलेज मेरिट लिस्ट के आधार पर एडमिशन देते हैं।
भारत में पीजीडी टैक्सेशन कोर्स प्रदान करने वाले टॉप कॉलेज: सिम्बायोसिस लॉ स्कूल, उस्मानिया यूनिवर्सिटी, इंडियन लॉ सोसाइटी लॉ कॉलेज, पुणे, महाराजा सयाजीराव यूनिवर्सिटी ऑफ़ बड़ौदा, भारती विद्यापीठ, आदि। जिनकी फीस 5,000 से 2,00,000 के बीच हो सकती है।
वर्तमान समय में ऑडिटिंग और टैक्सेशन दो सबसे प्रसिद्ध और लोकप्रिय करियर क्षेत्र हैं। बता दें कि, पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टैक्सेशन उन छात्रों के लिए सबसे लोकप्रिय पीजीडी कोर्स है, जिन्होंने कॉमर्स स्ट्रीम या लॉ स्ट्रीम में ग्रेजुएशन किया हो। इस कोर्स को करने के बाद आपको विभिन्न क्षेत्रों जैसे सरकारी और प्राइवेट संगठनों, व्यावसायिक बैंकिंग क्षेत्र, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों, आर्थिक कंपनियों आदि में काम करने के अवसर मिल सकते हैं।
टैक्सेशन में पीजीडी करने के बाद विप्रो टेक्नोलॉजीज लिमिटेड, टाटा मोटर्स, भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल), हेवी इंजीनियरिंग कॉर्पोरेशन लिमिटेड (एचईसी लिमिटेड), राष्ट्रीय लघु उद्योग निगम लिमिटेड (एनएसआईसी), आदि जैसी कम्पनियों में जॉब मिलने के चांस होते हैं। जहां शुरुआती औसत वार्षिक सैलरी पैकेज 4,00,000 से 9,00,000 के बीच होता है।
पीजीडी इन टैक्सेशन : एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
- उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से लॉ में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- ग्रेजुएशन की डिग्री में कम से कम 50% अंक होने चाहिए।
- इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्र सीमा बाध्य नहीं है।
- लॉ में ग्रेजुएशन कर रहे अंतिम वर्ष के छात्र भी इस कोर्स में एनरोल कर सकते हैं।
पीजीडी इन टैक्सेशन: एडमिशन प्रोसेस
टैक्सेशन में पीजीडी करने के लिए एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज पर निर्भर करती है। कुछ कॉलेज एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं तो कुछ कॉलेज मेरिट बेस्ड के आधार पर छात्रों का चयन कर एडमिशन देते हैं।
पीजीडी इन टैक्सेशन कोर्स में ऑनलाइन आवेदन कैसे करे
चरण 1 उम्मीदवार ऑफिशयल वेबसाइट पर जाएं
चरण 2 ऑफिशयल वेबसाइट पर जाने के बाद आवेदन फॉर्म भरें
चरण 3 आवेदन फॉर्म को भरने के बाद ठीक तरह से जांच लें यदि फॉर्म में गलती हुई तो वह रिजक्ट हो सकता है
चरण 4 क्रेडीट कार्ड या डेबिट कार्ड से ऑनलाइन फॉर्म की फीस जमा करें
चरण 5 फीस जमा होना के बाद आपके रजिस्ट्रड फोन नं या मेल आईडी पर मैसेज आ जाएगा।
एडमिशन के लिए आवश्यक दस्तावेज
- आधार कार्ड
- पेन कार्ड
- 10वीं, 12वीं, ग्रेजुएशन के सर्टिफिकेट
- जन्म प्रमाण पत्र
- डोमिसाइल
पीजीडी इन टैक्सेशन: टॉप कॉलेज और फीस
भारत में पीजीडी इन टैक्सेशन का कोर्स कई कॉलेज द्वारा प्रदान किया जाता है।
- सिम्बायोसिस लॉ स्कूल- फीस 42,000
- उस्मानिया विश्वविद्यालय- फीस 50,000
- इंडियन लॉ सोसाइटी लॉ कॉलेज- फीस 16,790
- खालसा कॉलेज- फीस 52,000
- नेताजी सुभाष मुक्त विश्वविद्यालय- फीस 30,000
- एएसएम ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूट्स- फीस 1,35,000
- मणिपाल यूनिवर्सिटी- फीस 54,000
- चंडीगढ़ विश्वविद्यालय- फीस 1,59,00
- अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय- फीस 16,700
पीजीडी इन टैक्सेशन: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- इनकम टैक्स-1
- कॉर्पोरेट टैक्स
- सेंट्रल सेल्स टैक्स
- सेंट्रल एक्सरसाइज-1
- इंटरनेशनल ट्रेड एंड कस्टम ड्यूटी
सेमेस्टर 2
- इनकम टैक्स- 2
- असेसमेंट ऑफ स्पेसिफिक एनटीटी एंड असेसमेंट प्रोसीजर
- वेल्यू एडिड टैक्स
- सेंट्रल एक्सरसाइज एंड सर्विस टैक्स
- कस्टम ड्यूटी-2
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन टैक्सेशन: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
इस कोर्स को सफलतापूर्वक करने के बाद उम्मीदवारों के सरकारी क्षेत्र के अलावा प्राइवेट क्षेत्र में भी काम कर सकते हैं। यदि बात करें सैलरी की तो टैक्सेशन क्षेत्र में हर जॉब प्रोफाइल में अनुभव के अनुसार सैलरी दी जाती है।
- टैक्स कंस्लटेंट- सैलरी (5,00,000 से 6,00,000 तक)
- अकाउंटेंट- सैलरी (2,00,000 से 3,00,0000 तक)
- चीफ फाइनेंनशियल ऑफिसर- सैलरी (3,00,000 से 4,00,0000 तक)
- अस्सिटेंट वेल्थ मैनेजर- सैलरी (4,00,000 से 5,00,0000 तक)
- फाइनेंनशियल एडवाइजर- सैलरी (3,00,000 से 4,00,0000 तक)
- रेवेन्यू एजेंट- सैलरी (6,00,000 से 7,00,0000 तक)
- टैक्स कलक्टर- सैलरी (2,00,000 से 3,00,0000 तक)
- टैक्स मैनेजर- सैलरी (14,00,000)
- टैक्स एग्जामिनर- सैलरी (7,00,000)