पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी एक साल का डिप्लोमा लेवल का कोर्स है जो कि छह महीने के दो सेमेस्टर में विभाजित किया गया है। ये कोर्स बैक्टीरियोलॉजी, माइकोलॉजी और वायरोलॉजी जैसे विषयों पर केंद्रित है। बता दें कि इस कोर्स का उद्देश्य बौद्धिक और कुशल सूक्ष्म जीवविज्ञानी तैयार करना है। तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम आपको पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी कोर्स के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करते हैं।
हालांकि मास्टर ऑफ साइंस माइक्रोबायोलॉजी कोर्स उम्मीदवारों को माइक्रोबियल, वाटर माइक्रोबायोलॉजी, इंडस्ट्रियल माइक्रोबायोलॉजी, इवोल्यूशनरी माइक्रोबायोलॉजी, माइक्रोबियल जेनेटिक्स, सॉइल माइक्रोबायोलॉजी, जेनरेशन माइक्रोबायोलॉजी, नैनो माइक्रोबायोलॉजी, एग्रीकल्चर माइक्रोबायोलॉजी, वेटनरी माइक्रोबायोलॉजी और माइक्रोबियल जैसे क्षेत्रों में विशेषज्ञता प्रदान करता है।
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी: एलिजिबिलिटी
- इच्छुक उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त कॉलेज या संस्थान से विज्ञान क्षेत्र में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- उम्मीदवार के ग्रेजुएशन की डिग्री में कम से कम 55% अंक होना आवश्यक है।
- 12वीं कक्षा साइंस स्ट्रीम के पीसीबी विषयों के साथ कम से कम 50% अंको के साथ पास की हो।
- जबकि रिजर्व कैटेग्री के लिए 5% अंक की अतिरिक्त छूट मिलती है।
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी: एडमिशन 2022
- इस कोर्स में एडमिशन आमतौर पर अधिकतर यूनिवर्सिटी में एंट्रेंस एग्जाम के आधार पर होता है।
- एंट्रेंस एग्जाम उम्मीदवारों के नॉलेज का टेस्ट लेने के लिए आयोजित किया जाता है।
- एंट्रेंस एग्जाम होने के बाद कट-ऑफ लिस्ट जारी की जाती है।
- कट-ऑफ लिस्ट में नाम आने के बाद उम्मीदवारों फीस सबमिट कर अपनी सीट रिजर्व करनी होती है।
- इस कोर्स को प्रदान करने वाले अधिकतर यूनिवर्सिटी की राष्ट्रीय स्तर पर कट-ऑफ लिस्ट जारी की जाती है।
एडमिशन लेने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन का उल्लेख निम्नलिखित है:
- यूनिवर्सिटी की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं और लॉगइन करें।
- लॉगइन करने के बाद दिए गए निर्देशों को अच्छी तरह से पढ़ने के बाद आवेदन पत्र भरें।
- आवेदन पत्र भरने के बाद मांगे गए आवश्यक दस्तावेज ठीक तरह से अपलोड करें।
- आवेदन पत्र जमा करने से पहले, आवेदन पत्र की ठीक से जांच करें।
- क्योंकि आवेदन पत्र में गलती होने पर रजिस्ट्रेशन कैंसिल किया जा सकता है।
- आवेदन पत्र जमा अपलोड करने के बाद रजिस्ट्रेशन फीस सबमिट करें।
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी कोर्स में एडमिशन लेने के लिए आवश्यक दस्तावेज
- हाई स्कूल सर्टिफिकेट और मार्कशीट
- 12वीं पास का सर्टिफिकेट और मार्कशीट
- ग्रेजुएशन सर्टिफिकेट और मार्कशीट
- कॉलेज लीवींग सर्टिफिकेट
- माइग्रेशन सर्टिफिकेट
- प्रोविशनल सर्टिफिकेट
- पासपोर्ट साइज के रंगीन फोटोग्राफ
- जाति / जनजाति प्रमाण पत्र (एससी / एसटी उम्मीदवार के लिए) / शारीरिक रूप से विकलांग सर्टिफिकेट।
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी: टॉप कॉलेज
- एम्स दिल्ली, नई दिल्ली
- पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल एजुकेशन एंड रिसर्च], चंडीगढ़
- सीएमसी वेल्लोर, वेल्लोर
- एसजीपीजीआईएमएस लखनऊ, लखनऊ
- बीएचयू, वाराणसी
- केएमसी मणिपाल, मणिपाल
- जिपमर, पांडिचेरी
- आईएलबीएस, नई दिल्ली
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी: जॉब प्रोफाइल
- रिसर्च असिस्टेंट
- माइक्रोबायोलॉजिस्ट
- फार्माकोलॉजिस्ट
- बायोमेडिकल साइंटिस्ट
- माइक्रोबायोलॉजी लैब तकनीशियन
- माइक्रोबायोलॉजी लेक्चरर
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी: जॉब फिल्ड
- कॉलेज और विश्वविद्यालय
- खाद्य और पेय उद्योग
- फार्मा कंपनियां
- बायोटेक्नोलॉजी कंपनियां
- स्वास्थ्य केंद्र
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन माइक्रोबायोलॉजी: सिलेबस
- बायोस्टैटिस्टिक्स और कंप्यूटर एप्लीकेशन
- बायोएनेरगेटिक्स और मोलीक्यूलर एंजाइमोलॉजी
- बायोइंस्ट्रूमेंटेशन
- फुड एंड और डेयरी माइक्रोबॉयोलोजी
- रिसेंट ट्रेंड इन वायरोलॉजी
- मॉलिक्यूलर इम्यूनोलॉजी
- माइक्रोबियल फिजियोलॉजी
- माइक्रोबियल डायवर्सिटी और एक्स्ट्रीमोफाइल
- एंजाइम टेक्नोलॉजी
- बायोप्रोसेस इंजीनियरिंग और टेक्नोलॉजी
- माइक्रोबियल जेनेटिक्स
- पर्यावरण माइक्रोबियल टेक्नोलॉजी
- रिकॉम्बिनेंट डीएनए टेक्नोलॉजी
- फर्मेंटेशन टेक्नोलॉजी
- बायोइंफॉर्मेटिक्स , माइक्रोबियल जीनोमिक्स और प्रोटिओमिक्स
- फार्मास्युटिकल माइक्रोबायोलॉजी