पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग 1 साल का पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल का डिप्लोमा कोर्स है, जो छात्रों को कंटेंट सर्टेजी, सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन, सर्च इंजन मार्केटिंग और ईमेल मार्केटिंग जैसे विषयों का ज्ञान प्रदान करता है। वर्तमान में डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स सबसे प्रचलित कोर्स में से एक है।
तो चलिए आज के इस आर्टिकल में हम पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग से संबंधित आवश्यक जानकारी से अवगत कराते हैं। इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए इच्छुक छात्रों को किसी मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी या कॉलेज से ग्रेजुएशन की डिग्री होना आवश्यक है। इस कोर्स में एडमिशन एंट्रेंस एग्जाम और मेरिट दोनों के आधार पर दिया जाता है। हालांकि, कुछ कॉलेज में एडमिशन देने से पहले इंटरव्यू राउंड भी आयोजित किया जाता है।
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग कोर्स
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग कोर्स में क्लासरूम स्टडीज, कंप्यूटर लैब वर्क, डिजिटल मार्केटिंग का इंट्रोडक्शन, वेबसाइट का निर्माण और प्लेनिंग, डिजिटल मीडिया प्लानिंग और बायइंग, आर्ट ऑफ पिचिंग, क्लाइंट-ओरिएंटेड स्ट्रैटेजी आदि शामिल हैं। इस कोर्स में को कराने वाले टॉप कॉलेज है- बिड़ला इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी, लोयोला इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन, यूनिवर्सल बिजनेस स्कूल हैं।
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग कोर्स को पूरा करने के बाद नौकरी के लिए कई ऑपशन खुल जाते हैं। एसईओ एक्जीक्यूटिव, कॉपीराइटर, ओआरएम एक्जीक्यूटिव, कंटेंट राइटर, डिजिटल मार्केटर, पेड मीडिया एक्जीक्यूटिव हैं। डिजिटल मार्केटिंग में पीजी डिप्लोमा करने के बाद शुरुआती औसत सैलरी कंपनी के आधार पर 2.5 लाख प्रति वर्ष से लेकर 5 लाख प्रति वर्ष तक हो सकती है। इस कोर्स को पूरा करने के बाद, ट्विटर, फेसबुक, अमेज़ॅन, एक्सेंचर, विप्रो और वेबएफएक्स, मैक्स ऑडियंस और गोज़ूप इत्यादि जैसी टॉप कंपनियों में नौकरी मिलने की भी संभवानाएं होती है।
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग: एलिजिबिलिटी क्राइटेरिया
- उम्मीदवार के पास किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय या कॉलेज से किसी भी विषय में ग्रेजुएशन की डिग्री होनी चाहिए।
- ग्रेजुएशन की डिग्री में कम से कम 60% अंक होने चाहिए।
- किसी मान्यता प्राप्त स्कूल बोर्ड से उम्मीदवार के 10+2 के अंक कुल मिलाकर न्यूनतम 55% अंक होने चाहिए।
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग: एडमिशन प्रोसेस
डिजिटल मार्केटिंग में पीजीडी करने के लिए एडमिशन प्रोसेस कॉलेज से कॉलेज पर निर्भर करती है। कुछ कॉलेज एडमिशन के लिए एंट्रेंस एग्जाम आयोजित करते हैं तो कुछ कॉलेज मेरिट बेस्ड के आधार पर छात्रों का चयन कर एडमिशन देते हैं। जबकि कुछ कॉलेज पर्सनल इंट्रव्यू के साथ स्किल्स के आधार पर एडमिशन प्रदान करते हैं।
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग: एंट्रेंस एग्जाम
इस कोर्स में एडमिशन लेने के लिए कॉलेजों द्वारा आयोजित किए जाने वाले कुछ सबसे लोकप्रिय एंट्रेंस एग्जाम निम्नलिखित हैं:
- सीएटी
- एमएटी
- एक्सएटी
- एटीएमए
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग: टॉप कॉलेज और फीस
भारत में पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग का कोर्स कई कॉलेज द्वारा प्रदान किया जाता है। इस कोर्स को करने वाले टॉप 5 कॉलेज निम्नलिखित हैं।
- बिरला इंस्टिट्यूट ऑफ़ मैनेजमेंट टेक्नोलॉजी- फीस 3,00,000
- एन.एल. डालमिया इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च- फीस 1,20,000
- यूनिवर्सल बिजनेस स्कूल- फीस 80,000
- अंतर्राष्ट्रीय प्रबंधन संस्थान- फीस 2,28,000
- आदित्य इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट स्टडीज एंड रिसर्च- 1,90,000
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग: सिलेबस
सेमेस्टर 1
- इंट्रोडक्शन टू डिजिटल मार्केटिंग
- वेबसाइट प्लानिंग एंड क्रिएशन
- सर्च इंजन ऑप्टिमाइजेशन
- सर्च इंजन मार्केटिंग
- सोशल मीडिया मार्केटिंग
- कंटेंट स्ट्रेटेजी
- वेब एनालिटिक्स
सेमेस्टर 2
- डिजिटल मीडिया प्लानिंग एंड बायइंग
- वेब रीमार्केटिंग
- ईमेल मार्केटिंग
- डिजाइन एसेंशियल
- ई-कॉमर्स मैनेजमेंट
- ऐडसेंस, ब्लॉगिंग
पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा इन डिजिटल मार्केटिंग: जॉब प्रोफाइल और सैलरी
इस कोर्स को सफलतापूर्वक करने के बाद उम्मीदवारों के पास मार्केटिंग और विज्ञापन के क्षेत्र में बहुत सारे करियर के अवसर होंगे जैसे कि मार्केटिंग एक्जीक्यूटिव, ब्रांड मैनेजर, मार्केट रिसर्च एनालिस्ट, मार्केटिंग कम्युनिकेशंस मैनेजर, एडवरटाइजिंग मैनेजर, आदि। साथ ही वे सरकारी क्षेत्र के अलावा प्राइवेट क्षेत्र में भी काम कर सकते हैं।
- कंटेंट क्रिएटर- सैलरी (3,00,000 से 5,00,000 तक)
- डिजिटल मार्केटिंग स्पेशलिस्ट- सैलरी (3,00,000 से 4,00,0000 तक)
- एसईओ एनालिस्ट- सैलरी (200,000 से 660,000 तक)
- लेक्चरआर / प्रोफेसर- सैलरी (150,000 से 400,0000 तक)
- ओआरएम एक्जीक्यूटिव- सैलरी (260,000 से 357,000 तक)
- पेड मीडिया एक्जीक्यूटिव- सैलरी (500,000 से 750,000 तक)
- कॉपीराइटर- सैलरी (270,000 से 800,000 तक)
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग: फ्यूचर स्कोप
पीजीडी डिजिटल मार्केटिंग कोर्स पूरा करने के बाद छात्र पोस्ट ग्रेजुएशन डिग्री और उसके बाद पीएचडी भी कर सकता है।
- एमबीए मार्केटिंग: यह मूल रूप से 3 साल की अवधि के साथ पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल की डिग्री है।
- पीएचडी: यदि कोई छात्र अपनी शिक्षा उसी क्षेत्र में जारी रखना चाहता है, तो वो आगे पीएचडी भी कर सकता है। यह तीन से पांच साल की अवधि का कोर्स है।