देश सेवा की भावना के साथ हजारों की संख्या में युवा एनसीसी ज्वाइन करते हैं। एनसीसी यानी राष्ट्रीय कैडेट कोर या नेशनल कैडेट कॉर्प्स। एनसीसी सेवा स्कूल और कॉलेज के छात्र-छात्राओं के लिए है, जिसे वे स्वैच्छिक या वॉलेंटियर के आधार पर ज्वाइन कर सकते हैं। एनसीसी, भारतीय सशस्त्र बल अर्थात थलसेना, वायुसेना और नौसेना का यूथ विंग है।
इस लेख में हम जानेंगे कि एनसीसी कैसे बन सकते हैं? इसके साथ ही हम एनसीसी के लिए पात्रता मानदंड, चयन प्रक्रिया, आयु सीमा, आवेदन प्रक्रिया, प्रशिक्षण और अन्य विवरणों के बारे विस्तार से जानेंगे। यदि आप भी एनसीसी ज्वाइन करना चाहते हैं, तो इस लेख को अवश्य पढ़ें। आइए सबसे पहले जानते हैं एनसीसी क्या है?
एनसीसी क्या है?
एनसीसी (नेशनल कैडेट कॉर्प्स) एक राष्ट्रीय स्तर का संगठन है, जो भारतीय युवा को सैन्य तकनीक, नैतिकता, सामरिक जिम्मेदारी और राष्ट्र सेवा के माध्यम से देश की सेवा में योगदान के लिए प्रशिक्षित करता है। यह छात्रों को स्वतंत्रता और ज़िम्मेदारी की भावना विकसित करने में मदद करता है। एनसीसी के सदस्य छात्र और युवा अपने समुदाय और देश के लिए सेवा करने के लिए प्रेरित होते हैं।
एनसीसी (नेशनल कैडेट कॉर्प्स) भारतीय सेना का युवा संगठन है, जो छात्रों और युवाओं को सैन्य और नैतिक शिक्षा प्रदान करता है। इसका मुख्य उद्देश्य युवाओं को देश सेवा और समर्पण के माध्यम से राष्ट्रीय एकता और एक सशक्त समाज के निर्माण में सहायता करना है। एनसीसी कार्यक्रम के तहत, छात्रों को सैन्य तकनीक, नैतिक मूल्यों और जिम्मेदारी की भावना सिखाई जाती है, ताकि वे समाज में सकारात्मक योगदान कर सकें। एनसीसी कार्यक्रम के अंतर्गत, छात्रों को विभिन्न गतिविधियों और प्रोग्रामों में भाग लेने का मौका मिलता है जो उनके व्यक्तिगत और सामाजिक विकास में मदद करते हैं।
एनसीसी की स्थापना कब हुई?
राष्ट्रीय कैडेट कोर भारत सरकार के रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। एनसीसी की स्थापना 1948 में हुई थी। एनसीसी देश भर के स्कूलों, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों में इकाइयों के साथ एक मजबूत ताकत बन कर ऊभरी है। एनसीसी, एक संरचित प्रशिक्षण कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को राष्ट्रवाद, सामाजिक जिम्मेदारी और नेतृत्व कौशल की भावना विकसित करने के लिए एक मंच प्रदान करता है। एनसीसी का मुख्यालय दिल्ली में स्थित है।
NCC का नारा क्या है?
एनसीसी का नारा है - ONCE A CADET IS ALWAYS A CADET
एनसीसी कैसे बनें? / कौन सी कक्षा में ले सकते हैं एनसीसी
एनसीसी (नेशनल कैडेट कॉर्प्स) के सदस्य बनने के लिए आपकी उम्र 13 से 18 वर्ष के बीच होनी चाहिये। कक्षा नौवीं से बारहवीं कक्षा में पढ़ाई कर रहे स्कूल या कॉलेज के छात्र एनसीसी ज्वाइन करने के लिए पात्र हैं। इसका मतलब है कि एनसीसी में शामिल होने के लिए आपको उस स्कूल या कॉलेज का हिस्सा होना होगा, जिसमें एनसीसी का एक यूनिट हो। यह विभिन्न स्कूल और कॉलेजों में भिन्न-भिन्न हो सकता है।
एनसीसी में कैसे शामिल हो सकते हैं? आवेदन प्रक्रिया क्या है?
एनसीसी (नेशनल कैडेट कोर) एक स्वयं सेवी सामाजिक संगठन है जो भारतीय युवाओं को एक महान सामरिक, सामाजिक और राष्ट्रिय भावना के साथ सशक्त करने का माध्यम प्रदान करता है। इसमें भाग लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया निम्नलिखित है:
नामांकन: आवेदक को अपने स्कूल या कॉलेज के एनसीसी यूनिट में नामांकित करना होगा।
आवेदन पत्र: आवेदक को आवेदन पत्र भरना होगा जिसमें उनकी व्यक्तिगत और शैक्षिक जानकारी होनी चाहिए।
सेना परीक्षा: उम्मीदवारों को एक सेना परीक्षा में भाग लेना होता है जिसमें उनकी शारीरिक और मानसिक योग्यता का मूल्यांकन किया जाता है।
मेडिकल परीक्षा: चयनित उम्मीदवारों को मेडिकल परीक्षा के लिए भेजा जाता है जिसमें उनकी स्वास्थ्य और फिटनेस की जांच की जाती है।
चयन: आवेदकों का चयन उनके परीक्षा परिणाम, मेडिकल परीक्षा के परिणाम और अन्य मानकों के आधार पर किया जाता है।
एनसीसी ज्वाइन करने के क्या लाभ हैं?
एनसीसी (नेशनल कैडेट कॉर्प्स) करने के कई लाभ हैं। यह सेना और नौसेना की तकनीक सीखने का एक अद्वितीय मौका प्रदान करता है। इसके साथ ही, एनसीसी सदस्यों को नैतिक मूल्यों, समर्पण और सामाजिक सेवा की महत्वपूर्णता का अहसास कराता है। यह सेना या सिविल सेवा में करियर के लिए एक अच्छा प्रशिक्षण माना जाता है और नेतृत्व कौशल और स्वास्थ्य और फिटनेस में सुधार करता है। इसके अलावा, यह व्यक्ति को स्वतंत्रता और आत्मविश्वास में वृद्धि करता है।