15 August 2023 पर खुशबीर कौर करेंगी पंजाब परेड की अगुवाई, जानें उनकी Success Story

भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस से पहले 12 अगस्त 2023 को अमृतसर के गुरु नानक स्टेडियम में रिहर्सल परेड की गई। जिसमें की अर्जुन पुरस्कार विजेता एथलीट खुशबीर कौर ने पंजाब पुलिस कर्मियों की अगुवाई की।

15 August 2023 पर खुशबीर कौर करेंगी पंजाब परेड की अगुवाई, जानें उनकी Success Story

कौन हैं खुशबीर कौर?

जालंधर के पास एक छोटे से शहर निक्का रसलपुर की रहने वाली कौर का पालन-पोषण किसानों के परिवार में हुआ था। छह साल की उम्र में उन्होंने अपने पिता को खो दिया, लेकिन उनकी मां ने हमेशा उन्हें खेल के लिए प्रोत्साहित किया। परिवार का भरण-पोषण करने और बच्चों का पालन-पोषण करने के लिए वह दूसरे लोगों के घरों में काम करती थी। इसके चलते उन्होंने 2008 में पैदल चलने में राष्ट्रीय रिकॉर्ड तोड़ दिया। वह नंगे पैर चलती थीं क्योंकि उनके पास जूते खरीदने के लिए पैसे नहीं थे।

खुशबीर कौर के लिए सफलता की राह पर चलना बहुत मुश्किल था। 2012 में कोलंबो, श्रीलंका में आयोजित एशियाई जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 10,000 मीटर (6.2 मील) वॉक रेस में कांस्य पदक जीतने के वह पहली बार सुर्खियों में आई थी। जिसके बाद उन्होंने दक्षिण कोरिया के इंचियोन में 2014 एशियाई खेलों में महिलाओं की 20 किमी रेस वॉक में रजत पदक जीता। इस जीत के साथ, वह एशियाड वॉकिंग रेस में पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बन गईं।

एशियाई खेलों में अपने प्रदर्शन के बाद, कौर का लक्ष्य ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करना करना था। 2015 में, IAAF रेस वॉकिंग चैलेंज के लिए पुर्तगाल में प्रशिक्षण के दौरान, उन्हें व्यक्तिगत समस्याओं का सामना करना पड़ा जब उनके परिवार को गौशाला में रहना पड़ा, क्योंकि उनके कॉलेज ने उनका घर बनाने का वादा पूरा नहीं किया था। लेकिन इस चुनौती से लड़ते हुए, उन्होंने दौड़ में 1.33.58 का समय निकाला और 1:35 के क्वालिफिकेशन समय से बेहतर प्रदर्शन करते हुए रियो में अपनी जगह पक्की की। और फिर कौर ने अगले साल ओलंपिक में भारत का प्रतिनिधित्व किया, जिसमें वे 20 किमी रेस वॉक में 54वें स्थान पर रहीं।

रिपोर्ट्स के मुताबिक 24 वर्षीया खुशबीर कौर इवेंट में अपने प्रदर्शन से संतुष्ट थीं। उन्होंने कहा, "उस मंच पर होने के अनुभव की तुलना किसी भी चीज़ से नहीं की जा सकती। मैंने वहां प्रदर्शन करने की पूरी कोशिश की, हालांकि चोट के कारण मुझे कुछ दर्द हो रहा था।"

उन्होंने कहा, "मौजूदा सरकार खेलों को बहुत कुछ दे रही है, जो बहुत अच्छा है और हम खेल जगत में सुधार देख रहे हैं। लेकिन ओलंपिक से मुझे एक बात समझ में आई कि हमें इस तरह के आयोजनों की तैयारी चार से पांच साल पहले ही शुरू कर देनी चाहिए। एक साल पहले से तैयारी करने से कोई फायदा नहीं होगा। पदक जीतने के लिए कदम-दर-कदम दृष्टिकोण अपनाना होगा।"

अंतर्राष्ट्रीय खेल प्रतियोगिताओं में लगातार जीत के बाद उन्हें 2017 में अर्जुन पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। जिसके बाद अब वह भारत के 76वें स्वतंत्रता दिवस पर अमृतसर के गुरु नानक स्टेडियम में पंजाब पुलिस की परेड को लीड करेंगी।

For Quick Alerts
ALLOW NOTIFICATIONS  
For Daily Alerts

English summary
Who is Khushbir Kaur? Know Her Success Story.. Khushbir Kaur was awarded Arjuna Award in 2017 after her continuous victory in international sports competitions. After which she will now lead the parade of Punjab Police at Guru Nanak Stadium in Amritsar on India's 76th Independence Day.
--Or--
Select a Field of Study
Select a Course
Select UPSC Exam
Select IBPS Exam
Select Entrance Exam
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
Gender
Select your Gender
  • Male
  • Female
  • Others
Age
Select your Age Range
  • Under 18
  • 18 to 25
  • 26 to 35
  • 36 to 45
  • 45 to 55
  • 55+