हर साल भारतीय सेना दिवस 15 जनवरी को मनाया जाता है। इस दिवस की शुरुआत 15 जनवरी 1949 में हुई थी। इस दिवस को भारतीय सेना के प्रमुख की उपाधि का के एम करिय्प्पा को हस्तांतरित की गई थी। ब्रिटिशों के हाथ से भारतीय के हाथ में आई भारतीय सेना की कमान को चिन्हित करने के लिए 15 जनवरी को चिन्हित करने के लिए इस दिवस को मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का मुख्य उद्देश्य भारतीय सेना के सैनिकों को सम्मानित करना है। जो बिना अपनी जान की परवाह करे देश की सेवा करने में अपनी जान न्यौछावर कर देते हैं। उनके इसी योगदान को हर साल भारतीय सेना दिवस के दिन सम्मानित किया जाता है और कई कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता है।
हर साल सशस्त्र बलों की जवानों की भर्ती के लिए भर्ती प्रक्रिया का आयोजन किया जाता है। सेना में भर्ती को लेकर लोकसभा के शीतकालीन सत्र में कई प्रश्न किए गए। जिसमें बलों की भर्ती के को लेकर चर्चा की गई और कई प्रश्न पूछे गए। लोकसाभ से सभा में सशस्त्र बलों की भर्ती पर जवाब देते हुए राज्य मंत्री अजय भट्ट ने कहा की भारतीय सेना में भर्ती की रैलियों का आयोजना समय समय पर किया गया है और आगे भी उसके अनुसार किया जाएगा।
उन्होंने बताया की भारतीय वायु सेना की भर्ती रैलियों का ऑनलाइन परीक्षणों के के अलावा आयोजित किया गया था। भर्ती में दूर के क्षेत्रों को कवल करने के लिए और एक जनसांख्यकीय संतुलन बनाए रखने के लिए कम प्रतिनिधित्व और कम प्रतिक्रिया को ध्यान में रखते हुए नामित जिले के उम्मीदवारों को रैलियों में शामिल किया गया था। साथ ही उन्होंने जानकारी दी की भारीयत नौसेना में बड़े पैमाने पर भर्ती प्रक्रिया को बंद कर दिया गया है। क्योंकि इसे ऑनलाइन कर दिया गया है। अब भर्तीयां रैलियों और शिवरों के माध्यम से नहीं बल्कि ऑनलाइन माध्यम से की जाती है।
राजस्थान में पिछले पांच साल की सेना भर्ती का ब्योरा (2017-18 से 2021-22)
जब लोकसभा में राजस्थान में पिछले पांच साल में हुई भर्ती के बारे में सवाल किया गया तो इस सवाल पर अजय भट्ट ने जवाब देते हुए कहा बताया की राजस्थान में सेवा भर्ती के निकाली जाती है। 2022 में जब से अग्निपथ योजना की घोषणा की गई है तब से राजस्थान में करीब 6 आर्मी भर्ती की रैलियों का आयोजन किया गया है, जिसमें से 1 रैली पूरी तरह से महिलाओं के लिए आयोजित की गई थी। साथ ही उन्होंने साल के अनुसरा एक ब्योरा दिया जो इस प्रकार है-
2017-2018 - 09
2018-2019 - 09
2019-2020 - 08
2020-2021 - 02
2021-2022 - 01
राज्य आधारित रैलियां
राज्यों और जिले के आधर पर कई भर्तियों का आयोजन किया गया है। अजय भट्ट ने बताया कि इस बार भारतीय नौसेना की भर्ती को लेकर किसी भी रैली या शिवर का आयोजन भारत के किसी भी राज्य और किसी जिले में नहीं किया जा रहा है। इसमें आगे बताते हुए उन्होंने वायु सेना की भर्ती को लेकर जानकारी दी और बताया कि भारतीय वायु सेना की भर्ती के लिए राजस्थान राज्य से सेना की भर्ती में उम्मीदवारों को प्रतिनिधित्व अधिक है। जिसमें वांछित प्रतिनिधित्व 7922 है लेकिन इसमें वायोसैनिकों की वास्तविक संख्या 16523 थी। 9 से 19 अक्टूबर 2022 को राजस्थान के जोधपुर में वायु सेना की भर्ती के लिए रैली का आयोजन किया गया जिसमें केवल 627 उम्मीदवारों का नामांकन हुआ था।
इस प्रकार लोकसभा में राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राजस्थान राज्यों में पिछले पांच साल में हुई भर्तियों के ब्योरे की जानकारी दी और बताय की अग्निपथ योजना पर चलाया गया आउटरीच अभियान वेशष रूप से सोशल मीडिया, डिजिटल, प्रिंट और क्षेत्री भर्ती कार्यालयों द्वारा चलाया गया था, ताकि उस इस योजना के बारे में ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचा जा सके।