Independence Day 2024: पहली बार झंडा फहरा रहे हैं तो जान लें ये महत्वपूर्ण गाइडलाइन्स

Independence Day 2024 Flag Hoisting Guidelines in Hindi: स्वतंत्रता दिवस हर भारतीय के लिए बहुत गर्व और देशभक्ति का दिन है। इस वर्ष पूरा देश 78वां स्वतंत्रता दिवस 2024 मनाने की तैयारियां कर रहा है। युवाओं में स्वतंत्रता दिवस को लेकर अलग ही उत्साह है। 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर तिरंगे का सम्मानजनक तरीके से फहराना हर भारतीय के लिए गर्व और सम्मान की बात होती है। यदि आप पहली बार तिरंगा फहराने जा रहे हैं, तो कुछ महत्वपूर्ण गाइडलाइन्स का पालन करना आवश्यक है।

ध्वजारोहण के लिए पालन करें ये दिशा-निर्देश

राष्ट्रीय ध्वज के प्रति सम्मान दिखाना न केवल हमारी जिम्मेदारी है, बल्कि यह देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता का प्रतीक भी है। भारतीय ध्वज संहिता 2002 के तहत तिरंगा फहराने के लिए कुछ नियम और निर्देश निर्धारित किए गए हैं, जिनका पालन करना अनिवार्य है। इनमें तिरंगे का सही उपयोग, उसके रंगों का सही क्रम और इसे फहराने और उतारने के समय की जानकारी शामिल है।

यहां करियर इंडिया द्वारा झंडा फहराने के लिए सभी महत्वपूर्ण गाइडलाइन्स बताए जा रहे हैं। इन गाइडलाइन्स को जानने और समझने से आप न केवल तिरंगे का सम्मान कर पाएंगे, बल्कि उसे सही तरीके से फहराने की जिम्मेदारी भी उठा सकेंगे। आइए इन महत्वपूर्ण गाइडलाइन्स पर एक नज़र डालते हैं ताकि आप स्वतंत्रता दिवस सम्मान और गर्व से तिरंगा झंडा फहरा सकें। लेकिन आइए इससे पहले जान लेते हैं कि स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण का महत्व क्या है।

स्वतंत्रता दिवस पर ध्वजारोहण का महत्व

स्वतंत्रता दिवस पर भारतीय तिरंगा झंडा फहराना देश की संप्रभुता और एकता का प्रतीक है। तिरंगे में केसरिया, सफेद और हरा रंग होता है और बीच में अशोक चक्र होता है। यह साहस, शांति और समृद्धि के मूल्यों को दर्शाता है। स्वतंत्रता दिवस के दिन पूरे देश में स्कूलों, सरकारी भवनों, घरों और सार्वजनिक स्थानों पर भारतीय ध्वज फहराया जाता है। ध्वजारोहण के बाद एक स्वर में भारत के नागरिक राष्ट्रगान "जन-गण-मन" गाते हैं।

पिछले हफ़्ते प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकों से 'हर घर तिरंगा' अभियान को एक जन आंदोलन बनाने और अपने घरों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराने का आग्रह किया था। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी प्रोफ़ाइल तस्वीर बदलकर 'तिरंगा' कर दी और भारत के नागरिकों से अपने तस्वीर के साथ तिरंगा झंडा लगाने का आग्रह किया।

झंडा फहराने संबंधी दिशा-निर्देश: क्या करें और क्या न करें

भारतीय ध्वज संहिता, 2002, राष्ट्रीय ध्वज के सही प्रदर्शन और संचालन के लिए नियम और दिशा-निर्देश निर्धारित करती है। ये दिशा-निर्देश राष्ट्रीय प्रतीक की गरिमा और सम्मान बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। ध्वजारोहण करते समय याद रखने योग्य कुछ मुख्य बिंदु नीचे दिए गए हैं:

1. भारतीय ध्वज को हमेशा दिन के उजाले में फहराया जाना चाहिये। इसे सूर्यास्त से पहले उतारा जाना चाहिये।

2. स्वतंत्रता दिवस पर, प्रधानमंत्री दिल्ली के लाल किले पर ध्वजारोहण करते हैं, जो समारोह की आधिकारिक शुरुआत को चिह्नित करता है।

3. जब ध्वज को लंबवत फहराया जाता है, तो केसरिया पट्टी हमेशा सबसे ऊपर की ओर होनी चाहिये।

4. तिरंगा झंडा फहराते समय केसरिया पट्टी बाईं ओर होनी चाहिये।

5. भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को हमेशा सम्मान और आदर की स्थिति में रखा जाना चाहिये।

6. 'तिरंगा' को कभी भी उल्टा नहीं फहराया जाना चाहिये, जिसमें केसरिया पट्टी सबसे नीचे हो।

ध्वजारोहण के लिए पालन करें ये दिशा-निर्देश

7. किसी व्यक्ति या वस्तु को सलामी देते समय भारतीय राष्ट्रीय ध्वज को झुकाना अनुचित है।

8. सुनिश्चित करें कि कोई अन्य ध्वज 'तिरंगे' के ऊपर, उससे ऊँचा या उसके साथ न रखा जाए।

9. जिस ध्वज स्तंभ से ध्वज फहराया जा रहा है, उस पर या उसके ऊपर फूल, माला या प्रतीक न रखें।

10 . भारतीय ध्वज संहिता के भाग III की धारा IX द्वारा अनुमत के अलावा राष्ट्रीय ध्वज को वाहनों पर नहीं फहराया जाना चाहिये।

11. ध्वज को कमर के नीचे पहने जाने वाले कपड़ों या वर्दी का हिस्सा नहीं होना चाहिये, न ही इसे व्यक्तिगत वस्तुओं पर कढ़ाई या मुद्रित किया जाना चाहिये।

12. राष्ट्रीय ध्वज पर कोई अक्षर नहीं होना चाहिये और इसका उपयोग वाहनों के किनारों, पीछे या ऊपर को ढकने के लिए नहीं किया जाना चाहिये।

13. ध्यान रहे कि ध्वज को कभी भी जमीन, पानी के संपर्क में ना रखें। तिरंगे झंडे को कपड़े या पोशाक के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जाना चाहिये।

14. ध्वज का उपयोग कभी भी सजावट के उद्देश्यों, जैसे कि तोरण या बैनर के लिए नहीं किया जाना चाहिये।

15. राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति और राज्यपाल जैसे कुछ अधिकारियों को छोड़कर इसे वाहनों पर नहीं रखा जाना चाहिये।

16. ध्वज को कभी भी फाड़ा, क्षतिग्रस्त या अन्यथा विकृत नहीं किया जाना चाहिये।

17. सरकार द्वारा अधिसूचित विशिष्ट अवसरों पर शोक के संकेत के रूप में ध्वज को आधा झुका कर फहराया जाता है। हालांकि, स्वतंत्रता दिवस पर, ध्वज को हमेशा पूरे मस्तूल पर फहराया जाता है।

18. जब ध्वज घिस जाता है या क्षतिग्रस्त हो जाता है, तो इसे सम्मानजनक तरीके से, अधिमानतः निजी तौर पर जला कर नष्ट कर दिया जाना चाहिये।

स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान राष्ट्रीय ध्वज प्रोटोकॉल

आधिकारिक स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान आमतौर पर निम्नलिखित प्रोटोकॉल का पालन किया जाता है:

1. राष्ट्रीय ध्वज को सबसे पहले लाल किले पर एक गणमान्य व्यक्ति (आमतौर पर प्रधान मंत्री) द्वारा फहराया जाता है, उसके बाद 21 तोपों की सलामी और राष्ट्रगान होता है।

2. ध्वजारोहण के बाद, देश भर में विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रम, परेड और भाषण आयोजित किए जाते हैं, जिसमें भारत की विविध विरासत और राष्ट्र की उपलब्धियों को प्रदर्शित किया जाता है।

3. देश भर के स्कूल और संस्थान ऐसे कार्यक्रम आयोजित करते हैं जहां छात्र देशभक्ति के गीत, नृत्य प्रस्तुत करते हैं और स्वतंत्रता की भावना का जश्न मनाते हुए भाषण देते हैं।

स्कूल या कॉलेजों में डिजिटली ध्वजारोहण समारोह

हाल के वर्षों में डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म के आगमन के साथ, कई संस्थानों ने आभासी समारोह आयोजित करना शुरू कर दिया है। स्कूल ऑनलाइन ध्वजारोहण समारोह आयोजित कर सकते हैं। उसके बाद वर्चुअल सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित कर सकते हैं, जिससे छात्र और अभिभावक घर से भाग ले सकते हैं।

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English summary
Independence Day 2024: Get all the essential 15 August flag hoisting guidelines for celebrating Swatantrata Diwas with respect and honor. Know the correct procedures in Hindi to ensure proper display of the national flag.
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