UPSC Chhattisgarh Topper Success Story Of Prateek Agarwal Shraddha Shukla Akshay Pillay: संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सर्विसेज 2021 का रिजल्ट 30 मई 2022 सोमवार को जारी कर दिया। छत्तीसगढ़ के मोवा में रहने वाली श्रद्धा शुक्ला ऑल इंडिया 45वीं रैंक के साथ स्टेट में टॉप किया है। श्रद्धा शुक्ला का आईएएस बनना तय है। श्रद्धा शुक्ला ने यूपीएससी इंटरव्यू में छत्तीसगढ़ का राजगीत 'अरपा पैरी के धार' गाया था। वहीं यूपीएससी सिवल सेवा एग्जाम में आईएएस रेनु पिल्लै और आईपीएस संजय पिल्लै के बेटे अक्षय पिल्लै को 51वीं रैंक मिली है। जबकि नहरपारा में रहने वाले प्रतीक अग्रवाल को यूपीएससी में 156वीं रैंक मिली है। रायपुर की ही दिव्यांजलि जायसवाल 216वीं और अभिषेक अग्रवाल 254वीं रैंक हासिल करने में कामयाब रहे। राज्य के 11 उम्मीदवारों ने यूपीएससी में सफलता हासिल की है। खास बात ये है कि इनमें से सात ने एनआईटी रायपुर से इंजीनियरिंग की है। ज्यादातर उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने दिल्ली जाने के बजाय छत्तीसगढ़ में रहकर ही परीक्षा की तैयारी की है।
यूपीएससी टॉपर श्रद्धा शुक्ला
मैंने गवर्नमेंट डीबी गर्ल्स कॉलेज से बीएससी और एमएससी किया है। ग्रेजुएशन के साथ ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। तैयारी के लिए स्थानीय संस्थान से काेचिंग भी की। बाद में कलेक्टिव एफर्ट से ग्रुप स्टडी शुरू की। यह मेरा तीसरा प्रयास था। पिछले प्रयास में इंडियन पोस्ट एंड टेलिकॉम अकाउंट एंड फाइनेंस सर्विसेज अलाॅट हुई थी। इसकी ट्रेनिंग चल रही है। 10 जून को होने वाले यूपीएससी एग्जाम के लिए लीव लेकर रायपुर आई हूं। भगवान की कृपा से अब वो एग्जाम नहीं देना पड़ेगा। बात करूं तैयारी की तो मैंने पढ़ाई के लिए काई समय डिसाइड नहीं था। सारा दिन पढ़ती थी। लोग अक्सर कहते हैं कि रायपुर में रहकर तैयारी नहीं की जा सकती। मैं इसे मेंटल ब्लॉक मानती हूं। रायपुर में सारी सुविधाएं हैं। ऑनलाइन स्टडी भी यहां बैठकर कर सकते हैं। आप जिस दिन ये मेंटल ब्लॉक हटाएंगे रायपुर में रहकर भी यूपीएससी क्रैक कर लेंगे। ऑनलाइन पढ़ाई और मोबाइल फ्रेंडली होने से जुड़े सवाल पर श्रद्धा ने कहा, ऑनलाइन पढ़ना प्रिफर नहीं करती। पेन और पेपर से पढ़ना पसंद है। मैंने अपने दादाजी का सपना पूरा किया है। मैं 12वीं में टॉप 10 में नहीं आ पाई थी। इसके बाद दादाजी से कहा था कि देखना जब आईएएस बनूंगी तब मीडिया मेरे घर पर इंटरव्यू लेने आएगी। यह सपना आज पूरा हो गया। यूपीएससी इंटरव्यू में मुझसे आईएएस की कार्यशैली व कलेक्टर बनने पर गंभीर परिस्थितियों से निपटने के तरीके जैसे सवाल पूछे गए।
यूपीएससी टॉपर अक्षय पिल्ले
एनआईटी रायपुर से बीटेक करने के बाद साल 2017 से ही यूपीएससी की तैयारी शुरू कर दी थी। आईएएस मम्मी और आईपीएस पिता से प्रेरित होकर यूपीएससी करने का डिसीजन लिया। इंजीनियरिंग के बाद बहुत सारे दोस्त कैंपस प्लेसमेंट में शामिल हुए, लेकिन मैं प्लेसमेंट में गया ही नहीं। ये मेरा चौथा प्रयास था। शुरुआती तीन बार परीक्षा में फेलियर मिला तब पैरेंट्स ने मोटिवेट किया। परीक्षा के परिणामों से मैं कभी निराश नहीं हुआ। हर बार अपने आप को इंप्रूव करता रहा। तीसरे प्रयास में मैं इंटरव्यू तक पहुंचा। सिर्फ दो नंबर से सलेक्शन से चूक गया। तब ये यकीन हो गया था कि मैं आगे इस एग्जाम में बेहतर कर सकता हूं। आखिरकार इस साल कामयाब भी रहा। मैंने रायपुर में रहकर ही तैयारी की है। रोज 8 से 10 घंटे पढ़ाई करता। कॉन्सेप्ट क्लीयर करने पर जोर दिया। रोज रिलेवेंट टॉपिक पढ़ता था और उनके नोट्स बनाता था। यूट्यूब पर अवेलेबल फ्री वीडियोज देखे। हर संडे मॉक टेस्ट देकर एग्जाम की प्रैक्टिस करता था। इंटरव्यू में माइनिंग और छत्तीसगढ़ के पीडीएस सिस्टम से जुड़े सवाल पूछे गए। मैंने अपनी हॉबी स्पोर्ट्स बताई थी तो पैनल ने फुटबॉल वर्ल्ड कप और बैडमिंटन टीम से जुड़े सवाल भी पूछे गए।
यूपीएससी टॉपर प्रतीक अग्रवाल
मैंने 2019 से यूपीएससी की तैयारी शुरू की थी। ये दूसरा प्रयास था। दिल्ली में रहकर कोचिंग शुरू की, लेकिन कोरोना के कारण रायपुर लौट आया। पढ़ाई के बाद दोस्तों को नौकरी मिल गई। वो रोज 8 घंटे नौकरी करते थे और मैं पढ़ाई को ही नौकरी मानकर 8 घंटे पढ़ाई करता था। मेरे दोस्त अपने घरों से दफ्तर के लिए निकलते थे और मैं अपने बेडरूम से स्टडी रूम की ओर जाता था। मैंने पढ़ाई को ही अपना प्रोफेशन बना लिया था और ऑफिस के काम की तरह पूरी जिम्मेदारी से पढ़ाई करता था। यही कारण है कि मुझे कामयाबी मिली। स्पोर्ट्स देखना बहुत पसंद है लेकिन पढ़ाई के चलते ये भी देखना बंद कर दिया। सोशल मीडिया से भी दूर रहता हूं। इंटरनेट का उपयोग सिर्फ प्रिपरेशन के लिए किया। मैंने रजत बंसल, अमित कटारिया, ओपी चौधरी जैसे कई अफसरों की कहानी सुनी है। उन्हीं से प्रेरित होकर तैयारी शुरू की। मैंने अभी भी तैयारी जारी रखी है। यूपीएससी 2022 का एग्जाम दूंगा। मेरा सलेक्शन इंटेलिजेंस ब्यूरो में भी हो गया है। पिता सुभाष अग्रवाल बिजनेसमैन हैं। मम्मी ममता अग्रवाल पार्षद रह चुकी हैं।
इन आठ को भी मिली कामयाबी
एनआईटी के स्टूडेंट्स ने जबरदस्त कामयाबी हासिल की है। यहां से ग्रेजुएशन करने वाले आठ स्टूडेंट ने एग्जाम क्रैक किया है। इसमें अक्षय पिल्लै मैकेनिकल ब्रांच 2017 एआईआर-51, प्रखर चंद्राकर इलेक्ट्रिकल ब्रांच 2017 एआईआर- 102, मयंक दुबे सिविल ब्रांच 2016 एआईआर-147, पूजा साहू बायोमेडिकल 2018 एआईआर-199, दिव्यांजलि जायसवाल मैकेनिकल ब्रांच 2018 एआईआर- 216, आकाश श्रीश्रीमाल सिविल 2019 एआईआर-316, आकाश शुक्ला माइनिंग 2015 एआईआर-390, रंजीत कुमार मेटलर्जी 2018 एआईआर 574 शामिल हैं।