NEET SS Counselling 2021 मेडिकल काउंसलिंग कमेटी ने आज 5 अप्रैल 2022 को सुपर स्पेशियलिटी के लिए नीट एसएस काउंसलिंग च्वाइस फिलिंग प्रक्रिया को अनिश्चितकाल कर लिए रोक दिया है। एमसीसी द्वारा जारी नोटिस में लिखा है कि कई मेडिकल कॉलेजों और संस्थानों ने सीट आवंटन को लेकर सीट मैट्रिक्स नियम का पालन नहीं किया है, इसलिए नीट सुपर स्पेशियलिटी चॉइस फिलिंग प्रक्रिया को कुछ समय के लिए रोक दिया गया है। ताकि यह कॉलेज और संस्थान इन सीटों को सीट मैट्रिक्स में जोड़ सकें।
जब कॉलेजों और संस्थानों में सीट मैट्रिक्स प्रक्रिया को पूरा कर लिया जाएगा, तब नीट एसएस च्वाइस फिलिंग प्रक्रिया को फिर से शुरू किया जाएगा। एमसीसी ने नीट एसएस काउंसलिंग 2022 राउंड 1 के लिए सीट मैट्रिक्स में अखिल भारतीय कोटे में 97 सहित 237 और सीटें जोड़ दीं हैं। देश में सिर्फ 6 हजार सुपर स्पेशियलिटी सीटें हैं।
बता दें कि फेडरेशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन (FORDA) ने 4 अप्रैल 2022 को स्वास्थ्य सेवाओं के महानिदेशक को एक पत्र लिखा था, जिसमें लिखा है कि सीट मैट्रिक्स में 250 से अधिक सीटें नहीं दिखाई जा रही हैं। सीट मैट्रिक्स प्रक्रिया पूरी नहीं होने की शिकायत के एक दिन बाद यानी आज 5 अप्रैल 2022 को एमसीसी ने नीट एसएस काउंसलिंग 2022 राउंड 1 के लिए च्वाइस फिलिंग प्रक्रिया को रोका है।
मंगलवार को नीट एसएस काउंसलिंग राउंड 1 के लिए सीट के चुनाव की समय सीमा होने के साथ, फोर्डा ने अपने पत्र में कहा है कि इन संस्थानों की सीटों को हमेशा विभिन्न विशिष्टताओं में शीर्ष-रैंकर्स द्वारा चुना जाता है। राउंड 2 में इन सीटों को जोड़ना अनिवार्य रूप से राउंड 1 को मॉक राउंड में बदल देगा, क्योंकि शीर्ष रैंक वाले राउंड 2 में अपग्रेड के लिए आवेदन करेंगे।
एसोसिएशन ने अपने पत्र में यह भी उल्लेख किया कि प्रत्येक स्वास्थ्य संस्थान के लिए शुल्क संरचना, वजीफा और बांड का विवरण प्रकाशित किया जाना बाकी है, जिससे उम्मीदवारों के लिए चयन करना मुश्किल हो गया है।
नीट एसएस पोस्ट-ग्रेजुएट्स के लिए कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, यूरोलॉजी जैसे सुपर-स्पेशियलिटी विषयों में पढ़ाई के लिए एक योग्यता परीक्षा है। पहले नीट एसएस काउंसलिंग पहले होने वाली थी, लेकिन कोरोना और अदालती मामलों के कारण परीक्षा और काउंसलिंग में देरी हुई।