JoSAA counseling process: जेईई मेन का रिजल्ट आने के बाद अब स्टूडेंट्स एनआईटी, ट्रिपल आईटी, जीएफटीआई में एडमिशन के लिए तैयार हैं। जहां एक तरफ वे जेईई एडवांस की तैयारी कर रहे हैं वहीं काउंसलिंग और दूसरी एडमिशन डिटेल्स के बारे में जानने को भी उत्सुक हैं। इस प्रक्रिया में ज्वाइंट सीट एलोकेशन अथॉरिटी यानी जोसा महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। जोसा जेईई मेन और जेईई एडवांस क्वालिफाइ कर चुके स्टूडेंट्स के लिए जॉइंट कॉमन काउंसलिंग का आयोजन करने वाली बॉडी है। अगर आप इस कॉमन काउंसलिंग की प्रक्रिया को बेहतर रूप से समझना चाहते हैं तो कुछ सवालों के जवाब से समझ सकते हैं।
जोसा में ड्यूअल रिपोर्टिंग क्या होती है?
सीट एलॉटमेंट के मामले में अगर एनआईटी+एस सिस्टम से आईआईटी या आईआईटी से एनआईटी+एस में बदलती है तो आपको को दो बार रिपोर्ट करना होता है। एक बार लॉक होने के बाद चुनाव में बदलाव नहीं होगा।
क्या पीआईओ/ओसीआई कार्ड होल्डर्स को जोसा के माध्यम से एडमिशन मिलता है?
हां, जो उम्मीदवार पर्सन ऑफ इंडियन ओरिजिन कार्ड होल्डर्स हैं वे एनआईटी, आईआईआईटी और जीएफटीआई में एडमिशन के लिए आवेदन कर सकते हैं। एडमिशन जेईई मेन 2021 रैंक के आधार पर दिया जाएगा। आईआईटी के लिए जेईई एडवांस 2021 की रैंक के आधार पर दाखिले के लिए अप्लाय किया जा सकता है।
विद्ड्रॉ ऑप्शन कैसे काम करता है?
उम्मीदवार अगर विद्ड्रॉ करना चाहें तो सीट एलोकेशन के छठें राउंड तक सेंटर पर रिपोर्ट करके ऐसा कर सकते हैं।
अगर जोसा काउंसलिंग छूट जाए तो क्या कर सकते हैं?
एनआईटी, ट्रिपल आईटी और आईआईटी में एनरोल करने वाले जोसा अटेंड नहीं करते हैं तो उन्हें एडमिशन का अधिकार नहीं होगा।