Job Trends 2023: टेक्नोलॉजी के विस्तार से पारंपरिक नौकरियां पिछड़ रही हैं जबकि तकनीक से जुड़े जॉब्स में बढ़ोतरी हो रही है। वित्त वर्ष 2022 में भारत में अकेले आईटी सेक्टर ने ही 4.5 लाख नई हायरिंग्स की। हालांकि इन नौकरियों में उन पेशेवरों को प्राथमिकता दी गई, जिनके पास डिग्री के अतिरिक्त स्किल्स थे। अब कंपनियां जॉब के लिए डिग्री के साथ-साथ एक्स्ट्रा स्किल्स वाले पेशेवरों को हायर करना अधिक पसंद कर रहे हैं। रिक्रूटमेंट एजेंसी मॉन्स्टर डॉट कॉम के सर्वे के मुताबिक अगले पांच साल में जॉब रेडी बनने के लिए 40 फीसदी भारतीयों को रीस्किलिंग की आवश्यकता होगी। वहीं 60 प्रतिशत पेशेवरों को अपस्किलिंग की जरूरत होगी। ऐसे में यह जानना जरूरी है कि अपस्किलिंग व रिस्किलिंग क्या है। जब कोई प्रोफेशनल अपनी मौजूदा नौकरी से संबंधित नई स्किल्स सीखता है तो उसे अपस्किलिंग कहते हैं। वहीं अगर कोई कंपनी टेक्नोलॉजी या किसी अन्य वजह से कार्यशैली में बदलाव करती है और अपने कर्मचारियों को उसी अनुसार नई स्किल्स सिखाती है तो उसे रिस्किलिंग कहते हैं।
डिजिटल मार्केटिंग
मॉन्स्टर डॉट कॉम रिपोर्ट के मुताबिक आने वाले वर्षों में टॉप-5 क्षेत्रों- बैंकिंग, फाइनेंशियल सर्विस एंड इंश्योरेंस (बीएफएसआई), आईटी, रिटेल, हेल्थकेयर और प्रोडक्शन एंड मैन्युफैक्चरिंग में नौकरी के लिए अपस्किलिंग व रिस्किलिंग की जरूरत होगी। वर्तमान में एसईओ व डिजिटल मार्केटिंग स्किल्स की मांग सबसे अधिक है। इसके बाद डेटा साइंस, क्लाउड कम्प्यूटिंग, एआई/एमएल, साइबर सिक्युरिटी व ब्लॉकचेन की स्किल्स की मांग सबसे अधिक है।
अपस्किलिंग कोर्स
अपस्किलिंग को इस उदाहरण से समझिए- मान लीजिए आप टीचिंग प्रोफेशन से जुड़े हैं तो आपको ऑनलाइन एजुकेशन से जुड़े सभी टूल्स सीखने होंगे ताकि जरूरत पड़ने पर छात्रों को ऑनलाइन पढ़ा सकें। उदाहरण के तौर पर वीडियो क्लास कैसे रिकॉर्ड करें, छात्रों के लिए ऑनलाइन नोट्स कैसे तैयार करें आदि। ऐसे ही यदि आप नर्सिंग फील्ड से हैं तो पेन मैनेजमेंट, वुन्ड असेसमेंट, ड्रग्स मैनेजमेंट जैसे कोर्स आपके करिअर को आगे बढ़ाने में मददगार साबित हो सकते हैं।
रिस्किलिंग ट्रेनिंग
अपने कर्मचारियों की रिस्किलिंग के लिए कंपनियां खुद ही ट्रेनिंग कराती हैं। ऐसा करने पर उन्हें नई हायरिंग नहीं करनी पड़ती। हालांकि कई कंपनियां पुराने कर्मचारियों की छंटनी करके नई हायरिंग भी करती हैं। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने जॉब प्रोफाइल से जुड़ी नई स्किल्स खुद ही सीख लें। इससे आपकी नौकरी सुरक्षित रहेगी। इसके अलावा आप अपने जॉब प्रोफाइल से जुड़े नए कोर्स एडटेक प्लेटफॉर्म, आईआईटी, आईआईएम जैसे विभिन्न संस्थानों से कर सकते हैं।