Jharkhand Board JAC Result 2022 Statistics: झारखंड एकेडमिक काउंसिल (जैक) ने मंगलवार को मैट्रिक और इंटर साइंस के नतीजे घोषित कर दिए। इस रिजल्ट ने झारखंड गठन के बाद से अब तक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। पहली बार इंटर साइंस की परीक्षा में सबसे ज्यादा 92.19% स्टूडेंट्स सफल रहे। वहीं मैट्रिक का रिजल्ट 95.60% रहा। हालांकि पिछले साल मैट्रिक का रिजल्ट 95.93% था, लेकिन उस बार कोरोना के कारण परीक्षा नहीं हुई थी, बल्कि पिछले साल के परफार्मेंस के आधार पर रिजल्ट जारी किया गया था। इस बार इंटर साइंस में 64,979 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी, जिनमें से 54,769 फर्स्ट डिवीजन से पास हुए।
शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो ने पहली बार टॉपर्स की लिस्ट भी जारी की। अब तक जैक स्थापना दिवस पर यह लिस्ट जारी होती थी। इस बार मैट्रिक में 500 में से 490 अंक लाकर छह स्टूडेंट्स ने टॉप किया। एसआरके हाई स्कूल बिष्टुपुर के अभिजीत शर्मा, प्लस टू हाई स्कूल बारीजोर की तनु कुमारी, कार्मेल हाईस्कूल चक्रधरपुर की तानिया शाह, गर्ल्स हाईस्कूल हरिहरगंज की रिया कुमारी, इंदिरा गांधी बालिका उच्च विद्यालय हजारीबाग की निशा वर्मा और कार्मेल हाई स्कूल चक्रधरपुर की निशु कुमारी शामिल हैं।
वहीं टॉप-18 में 147 छात्रों ने जगह बनाई। वहीं 12वीं साइंस में इंटर साइंस कॉलेज हजारीबाग की प्रिया कुमारी 489 अंक के साथ स्टेट टॉपर रहीं। इंदिरा गांधी बालिका उच्च विद्यालय हजारीबाग की प्रिया कुमारी 486 अंक के साथ दूसरे और इंटर साइंस कॉलेज हजारीबाग की जूही परवीन 485 अंक के साथ राज्य में तीसरे स्थान पर रहीं। इंटर साइंस में टॉप-10 में 30 स्टूडेंट्स ने जगह बनाई।
झारखंड बोर्ड रिजल्ट 2022
जैक ने पहली बार मैट्रिक और इंटर साइंस, आर्ट्स व कॉमर्स की दोनों टर्म की परीक्षाएं एक साथ ली है। मैट्रिक और इंटर, दोनों में फर्स्ट टर्म की परीक्षा ओएमआर शीट पर ली गई, जिनमें सभी सवाल ऑब्जेक्टिव थे। वहीं सेकेंड टर्म की लिखित परीक्षा ली गई, जिनमें ऑब्जेक्टिव और सब्जेक्टिव प्रश्न थे। ऑब्जेक्टिव सवाल रहने से छात्रों को अच्छे नंबर मिले। वहीं मॉडल प्रश्न पत्र भी छात्रों के लिए उपयोगी साबित हुआ।
मॉडल प्रश्न पत्र से स्टूडेंट्स को आने वाले प्रश्न के पैटर्न को समझने में काफी मदद मिली। वहीं कोरोनानाकाल में शिक्षकों ने वर्चुअल माध्यम से छात्रों को अभ्यास कराया। इसके अलावा स्टूडेंट्स और टीचर्स के परिश्रम और अभिभावकों की मॉनिटरिंग के चलते भी इस बार बेहतर रिजल्ट हुआ है।
इस बार मैट्रिक और इंटर में पास होने वाले छात्र-छात्राओं के प्रतिशत में मामूली अंतर रहा। मैट्रिक में 95.71 प्रतिशत छात्र पास हुए, जबकि 95.93 प्रतिशत छात्राएं सफल रहीं। इसी तरह इंटर साइंस में 92.16 प्रतिशत छात्र और 92.24 प्रतिशत छात्राएं सफल रहीं। साइंस में टॉप थ्री में सभी लड़कियों ने ही जगह बनाई।
इंटर साइंस
66,309 छात्रों का आवेदन
64,776 परीक्षा में शामिल
54,769 छात्र फर्स्ट डिवीजन
5117 सेकेंड डिवीजन से पास
13 थर्ड डिवीजन से पास
03 स्टूडेंट्स सिर्फ पास हुए
मैट्रिक
3,99,920 छात्रों का आवेदन
3,91,100 ने दी परीक्षा
3,71,892 परीक्षार्थी सफल रहे
2,25,854 को फर्स्ट डिवीजन
1,24,514 को सेकेंड डिवीजन
23,524 को थर्ड डिवीजन
एडमिशन की तैयारी शुरू
मैट्रिक और इंटर की परीक्षा में इस साल परीक्षार्थियों ने पिछले सालों की अपेक्षा शानदार प्रदर्शन किया है। इसका सीधा असर उच्च शिक्षण संस्थानों, प्लस टू हाईस्कूलों और इंटर कॉलेजों पर पड़ेगा। एडमिशन के अच्छे संस्थानों में काफी दिक्कत रहेगी। कट ऑफ मार्क्स अधिक रहना तय है। क्योंकि मैट्रिक-इंटर में छात्रों को अधिक अंक आएं हैं।