CBSE 10th 12th Board Exams 2020: केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) सीबीएसई कक्षा 10वीं और 12वीं की बोर्ड परीक्षाएं आज यानी 15 फरवरी 2020 से शुरू हो गई हैं। सीबीएसई कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षाएं 20 मार्च को खत्म होगी और सीबीएसई कक्षा 12वीं बोर्ड परीक्षाएं 30 मार्च को समाप्त होंगी। सीबीएसई बोर्ड टाइम टेबल 2020 भी जारी हो चुका है। बच्चों के लिए यह टाइम कितना महत्वपूर्ण है इसे अभिभावकों को समझना होगा। बच्चों को किसी भी तनाव में नहीं आना चाहिए, इसलिए सीबीएसई बोर्ड की चेयरपर्सन अनीता करवाल ने कुछ नियम बताये हैं, जिनका पालन करना आवश्यक है, आइये जानते हैं सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के नियम...
सीबीएसई बोर्ड परीक्षा के 7 नियम
1. परीक्षा शुरू होने से एक दिन पहले परीक्षा केंद्र के स्थान की जाँच करनी चाहिए। सही स्थान जानने के लिए परीक्षा केंद्र लोकेटर ऐप (एंड्रॉइड फोन के लिए उपलब्ध) का उपयोग कर सकते हैं।
2. बच्चों को स्कूल वर्दी पहनकर आना होगा और स्कूल आईडी कार्ड / एडमिट कार्ड लेकर परीक्षा केंद्र पहुंचना होगा। बिना एडमिट कार्ड के एंट्री नहीं होगी।
3. सभी बच्चों को परीक्षा केंद्र पर सुबह 9.45 बजे तक पहुंचना होगा, परीक्षा केंद्र में सुबह 10.00 बजे के बाद की प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
4. ध्यान रखें कि परीक्षा के दिन पर्याप्त रूप से आराम करें और पूरे दिन पौष्टिक आहार लें।
5. परीक्षा केंद्र में केवल-एडमिट कार्ड, स्कूल आइडेंटिटी कार्ड, आधार/पहचान पत्र पेन, पेंसिल, इरेज़र, स्केल, शार्पनर लाने की अनुमति होगी, इनके आलावा कोई भी चीज परीक्षा केंद्र में नहीं ले जा सकते।
6. सुनिश्चित करें कि मोबाइल, बटुआ, पर्स, परीक्षा केंद्र नहीं लेजा सकते।
7. परीक्षा केंद्र में नियम का पालन करें, अफवाहें फैलाने और फर्जी वीडियो में विश्वास न करें।
सीबीएसई बोर्ड एग्जाम से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी
बता दें कि इस साल लगभग 30 लाख बच्चे सीबीएसई बोर्ड परीक्षाएं दे रहे हैं। सीबीएसई बोर्ड परीक्षा व्यावसायिक विषयों के साथ शुरू हो गई हैं।
हालांकि, मुख्य विषयों के लिए परीक्षा 22 फरवरी से कक्षा 12 के लिए और 25 फरवरी को कक्षा 10 के लिए शुरू होगी।
मनोविज्ञान कक्षा 12 के छात्रों के लिए पहला मुख्य विषय होगा, जबकि कक्षा 10 के छात्रों को अंग्रेजी के लिए उपस्थित होना होगा।
वहीं पटना जोन (बिहार और झारखंड को मिलाकर) के कक्षा 10 और 12 के कुल 3.2 लाख छात्रों के इस साल सीबीएसई परीक्षा में शामिल होने की संभावना है।
अकेले बिहार में, कक्षा 12 के लिए कुल 55,000 छात्र दिखाई देंगे, जबकि राज्य के 272 केंद्रों पर कक्षा 10 की परीक्षा के लिए 1.4 लाख छात्र परीक्षा देंगे।