CAT RESULT 2022: कॉमन एडमिशन टेस्ट (कैट) का रिजल्ट 21 दिसंबर को जारी किया गया। इसमें रायपुर के चित्रांश अग्निहोत्री को 99.62 परेंसटाइल मिले है। इसके साथ ही आदित्य अग्रवाल को 99.53, आयुष चौधरी को 99.49, अन्वेश गुप्ता 99.31 परसेंटाइल हासिल की है।
एक्सपर्ट अभिषेक गुप्ता, शैलेंद्र सिंह और श्याम वर्मा ने बताया कि 90 या इससे ज्यादा परसेंटाइल वालों को आईआईएम का कॉल आ सकता है। वहीं, 97 से 98 वालों को आईआईएम रायपुर में एडमिशन मिल जाएगा। अभी केवल कैट स्कोर जारी किया गया है। फिर सभी आईआईएम कैट स्कोर के आधार पर स्टूडेंट्स को इंटरव्यू और रिटेन एबिलिटी टेस्ट के लिए कॉल करेंगे।
बिजनेस में हाथ बंटाने के साथ करता था पढ़ाई, मॉक टेस्ट पर फोकस
आयुष चौधरी ने बताया, मुंबई से बीबीए करने के दौरान दो साल पहले कैट का एग्जाम दिया था। उसके बाद एक फाइनेंस कंपनी में जॉब की। फिर छोड़ के फैमिली बिजनेस में काम करने लगा। एग्जाम होने के 6 महीने पहले ही कैट की फिर से तैयारी शुरू की। दिन में बिजनेस में हाथ बंटाने के साथ पढ़ाई भी करता था। रोज 4 घंटे की पढ़ाई करता था। आखिरी के दो महीने में 30 मॉक टेस्ट दिए। एग्जाम के पहले 15 दिन में 10 मॉक टेस्ट दिए। टेस्ट के बाद 1 घंटे एनालाइज करता था। इससे एग्जाम का प्रेशर कम करने में मदद मिली। मॉक टेस्ट में अपनी स्ट्रेंथ के अनुसार सवाल खोजकर सॉल्व करता था। पापा महेश चौधरी, मां सीमा चौधरी है।
एमबीए करने प्लेसमेंट में नहीं बैठा पहले ही अटेंप्ट में मिली सफलता
चित्रांश अग्निहोत्री ने बताया, अभी एनआईटी का स्टूडेंट हूं। यह मेरा फर्स्ट अटेंप्ट था। मई-जून में ही कैट की तैयारी शुरू की थी। 6 महीने में तैयारी की। रोजाना 6 घंटे तक पढ़ाई करता था। लगभग 45 मॉक टेस्ट दिए। टेस्ट के बाद एनालाइज करता था। मिस्टेक निकालकर उसे सुधारता था। 2 घंटे की क्लास होती थी। उसके बाद घर आकर रिवाइज करता था और उसी के हिसाब से पढ़ाई करता था। सभी विषय के नोट्स बनाए थे। मॉक टेस्ट से पेपर के बारे में पता चला। एमबीए करना था, इसलिए कैंपस प्लेसमेंट में नहीं बैठा था। मूल रूप से कानपुर का रहने वाला हूं। पापा अम्रेश अग्निहोत्री और नीता अग्निहोत्री हैं।
पहले कॉन्सेप्ट क्लियर किया फिर 45 टेस्ट दिए
आदित्य अग्रवाल ने बताया, मेरा दूसरा अटेंप्ट था। दो साल पहले एनआईटी से पढ़ाई के बाद कैट में 99.04 परसेंटाइल आए थे। लेकिन जॉब एक्सपीरियंस चाहिए था, इसलिए एडमिशन नहीं लिया। अभी एग्जाम से 3 महीने पहले ही 9 लाख का पैकेज छोड़कर कैट की तैयारी शुरू की। पहले कॉन्सेप्ट क्लियर किया। 3 महीने में 45 से ज्यादा मॉक टेस्ट दिए। टेस्ट के वीक पॉइंट को इम्प्रूव करता था। मॉक टेस्ट से एग्जाम पैटर्न समझ में आया। बिलासपुर से हूं। पापा सत्यनारायण अग्रवाल बिजनेसमैन, मां सुनीता अग्रवाल हाउसवाइफ हैं।