बंकिम चंद्र चटर्जी एक असाधारण लेखक थे, जिन्होंने भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान कार्यकर्ताओं को जगाने के लिए भारत को अपनी सार्वजनिक धुन वंदे मातरम दिया, जो भारत को एक देवी के रूप में प्रस्तुत करती है। उन्होंने बंगाली में बारह से अधिक पुस्तकों, व्याख्याओं और संपादकीय की रचना की, जिन्हें मोटे तौर पर भारत की अन्य स्थानीय बोलियों के साथ-साथ अंग्रेजी में भी परिवर्तित किया गया।
दरअसल, बंकिम चंद्र चटर्जी पश्चिम बंगाल के एक राष्ट्रवादी लेखक थे कवि, पत्रकार और उपन्यासकार थे। जिन्हें साहित्य के सम्राट (साहित्य सम्राट) के रूप में जाना जाता है।
बंकिम चंद्र चटर्जी पर 10 लाइनें| 10 lines on Bankim Chandra Chatterjee
1. बंकिम चंद्र चटर्जी का जन्म 27 जून 1838 को जादव चंद्र चटर्जी के तीसरे पुत्र के रूप में उत्तर 24-परगना में नैहाटी के पास कंठलपारा में हुआ था।
2. बंकिम चंद्र चटर्जी को चट्टोपध्याय के नाम से भी जाना जाता था।
3. बंकिम चंद्र चटर्जी ने अपनी शुरुआती पढ़ाई मिदनापुर के कॉलेजिएट स्कूल और फिर हुगली मोहसिन कॉलेज से की थी।
4. बंकिम चंद्र चटर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के पहले स्नातक थे।
5. बंकिम चंद्र चटर्जी ने डिप्टी मजिस्ट्रेट के रूप में बंगाल के विभिन्न जिलों में सेवा की थी।
6. बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित उनकी प्रसिद्ध कविताएँ ललिता और मानश थी।
7. बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित कपालकुंडला, बिशबृक्ष, कृष्णकांतर विल, राजसिंह, देवी चौधुरानी और आनंदमठ प्रसिद्ध उपन्यास हैं।
8. बंकिम चंद्र चटर्जी को बंगाली साहित्य के सम्राट के रूप में जाना जाता है।
9. बंकिम चंद्र चटर्जी भारत के राष्ट्रीय गीत 'वंदे मातरम्' के रचयिता हैं।
10. बंकिम चंद्र चटर्जी की मृत्यु 8 अप्रैल, 1894 को हुई थी।
बंकिम चंद्र चटर्जी ने वंदे मातरम कब लिखा?
बंकिम चंद्र चटर्जी ने 7 नवंबर, 1875 को "वंदे मातरम्" गीत की रचना की थी।
क्या बंकिम चंद्र बीए पास थे?
बंकिम चंद्र चटर्जी कलकत्ता विश्वविद्यालय के शुरुआती स्नातकों में से एक थे।
बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का पहला उपन्यास कौन था?
बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय का पहला उपन्यास राजमोहन की पत्नी था जो कि अंग्रेजी भाषा में लिखित है।